UP Chunav 2022: बीजेपी की नजर मौर्य-शाक्य वोटबैंक पर, मतदाताओं को साधने में जुटी BJP, जानें क्या है तैयारी

बरेली-बदायूं में मौर्य-शाक्य समाज के मतदाता बड़ी संख्या में हैं, लेकिन सरकार में इस समाज की भागीदारी कम है. फिलहाल, बीजेपी की ओर से इस नाराजगी को दूर करने की कोशिश शुरू हो गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 29, 2021 12:44 PM

Bareilly News: केंद्रीय चुनाव आयोग कभी भी यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. इस बीच बीजेपी अपने वोटबैंक को बढ़ाने में पूरी सिद्दत से जुटी हुई है, जिससे यूपी में एक बार सरकार बनाई जा सके. बरेली-बदायूं में मौर्य-शाक्य समाज के मतदाता बड़ी संख्या में हैं, लेकिन सरकार में इस समाज की भागीदारी कम है. जिसके चलते मौर्य-शाक्य समाज में नाराजगी बताई जा रही है. फिलहाल, बीजेपी की ओर से इस नाराजगी को दूर करने की कोशिश शुरू हो गई है.

मौर्य समाज के नेता को टिकट देने की तैयारी

भाजपा मौर्य समाज के बहोरन लाल मौर्य को भोजीपुरा से टिकट देती है. वह वर्तमान में विधायक हैं. 1996 में भाजपा की सरकार में बहोरन लाल मौर्य थे, लेकिन उनको इस बार नहीं बनाया. इसलिए भी नाराजगी है. मगर,पार्टी ने अब बरेली के साथ ही आंवला लोकसभा की बिथरी या आंवला विधानसभा सीट से एक मौर्य समाज के नेता को टिकट देने की तैयारी की है. इसके लिए सर्वे कराया गया था. सर्वे में भी आंवला लोकसभा सीट पर मौर्य समाज का करीब ढाई लाख वोटर बताएं गए हैं.

मौर्य वोटबैंक का मिलेगा फायदा

एक टिकट मौर्य समाज को देने से फायदा मिलने की बात सामने आई है. इसलिए बिथरी चैनपुर या आंवला से एक मौर्य को टिकट मिलना तय माना जा रहा है. इन दोनों सीट पर मौर्य समाज के करीब 50-50 हजार मतदाता हैं. इससे यह सीट भी जीतने की उम्मीद जताई जा रही है

Also Read: UP Chunav 2022: बीजेपी संगठन महामंत्री बीएल संतोष का दावा – ‘फरवरी तक होंगे यूपी के चुनाव’
किसे मिलेगा टिकट

टिकट के दावेदारों में सबसे प्रमुख नाम पूर्व दर्जा राज्यमंत्री सुधीर मौर्य का है. उनकी पैरवी भी मजबूत हो रही है. वह आंवला लोकसभा का चुनाव लड़ चुकें हैं. मगर, करीब पांच हजार से हार गए थे. हालांकि, मौर्य समाज के एक-दो नेता और भी टिकट का दावा ठोक रहे हैं. मगर, संगठन ने उनके सियासी अनुभव न होने की रिपोर्ट दी है.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

Next Article

Exit mobile version