बंगाल में मजबूत हो रही BJP, अपनी ताकत का पता लगाने के लिए पार्टी ने कराये दो सर्वे

West Bengal News, 2021 West Bengal Election News, BJP Survey: ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के विकल्प के रूप में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोग स्वीकार करने लगे हैं. भाजपा के अंदरूनी सर्वेक्षण से इस बात का पता चला है. सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा को बंगाल के कुछ क्षेत्रों में संगठनात्मक मुद्दों में सुधार करना होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2020 1:51 PM

2021 West Bengal Election News, BJP Survey: कोलकाता : ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के विकल्प के रूप में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोग स्वीकार करने लगे हैं. भाजपा के अंदरूनी सर्वेक्षण से इस बात का पता चला है. सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा को बंगाल के कुछ क्षेत्रों में संगठनात्मक मुद्दों में सुधार करना होगा.

इस सर्वे रिपोर्ट से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता बेहद उत्साहित हैं. सूत्रों ने बताया कि भाजपा अगले साल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है. उसने लोगों का मूड जानने, अपनी एवं अपने विरोधियों की ताकत एवं कमजोरियों तथा अपने उम्मीदवारों की जीत की संभावना का आकलन करने के लिए दो अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से सर्वेक्षण करवाया.

सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने और एक ऐसा ही सर्वेक्षण कराने का काम हाथ में लिया है तथा वह इस माह के आखिर में प्रारंभ होगा. उनके मुताबिक, वर्ष 2019 के अंत तक और जुलाई, 2020 में कराये गये पिछले सर्वेक्षणों के नतीजे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने रखे गये. यह अगले साल अप्रैल-मई में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के वास्ते पार्टी की रणनीति तैयार करने के लिए अहम होगा.

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सूत्रों का कहना है कि दूसरे सर्वेक्षण में पाया गया कि चक्रवात अम्फान के बाद तृणमूल कांग्रेस के विरुद्ध लगे भ्रष्टाचार के आरोपों ने जमीनी हकीकत बदल डाली और उसे भाजपा के पक्ष में कर दिया. भाजपा के एक केंद्रीय नेता ने कहा, ‘पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में समर्थन की लहर थी, लेकिन संसदीय एवं विधानसभा चुनाव की रूपरेखा भिन्न होती है और हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते. इसलिए, जमीनी हकीकत का आकलन कराने के लिए सर्वेक्षण कराये गये.’

उन्होंने कहा कि पार्टी की केंद्रीय इकाई ने एजेंसियां नियुक्त की थी और प्रदेश भाजपा के महज चंद नेता इससे वाकिफ थे. पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले भी ऐसे ही सर्वेक्षण कराये थे. दशकों तक राजनीतिक रूप से ध्रुवीकृत रहे पश्चिम बंगाल में अपनी सीमित मौजूदगी के बाद भी भाजपा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी थी.

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उसने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 जीती थीं. पार्टी को कभी वामपंथियों के गढ़ रहे पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के विरुद्ध 40.5 फीसदी वोट मिले. वह राज्य की 294 विधानसभा क्षेत्रों में से 125 से अधिक सीटों पर आगे रही थी. पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में 220 से अधिक सीटें जीतने की जुगत में लगी है.

Posted By : Mithilesh Jha

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