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JP Nadda ने मायापुर इस्कॉन मंदिर में की आरती, पंचायत और लोकसभा चुनाव पर नेताओं संग बैठ बनाएंगे रणनीति

नड्डा का दौरा देश भर के उन 144 लोकसभा क्षेत्रों में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व के ‘प्रवास’ अभियान का हिस्सा है जहां पार्टी 2019 के चुनाव में मामूली अंतर से हार गई थी.

By Agency | January 19, 2023 2:20 PM
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के मायापुर में प्रतिष्ठित इस्कॉन मंदिर में पूजा-अर्चना की. नड्डा ने इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की. उनके साथ भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सहित पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता ‘इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस’ (इस्कॉन) के वैश्विक मुख्यालय गए. भाजपा अध्यक्ष बुधवार रात कोलकाता पहुंचे थे.

नादिया में नेताओं के साथ करेंगे बैठक

अपनी दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन उनका जिले में सांगठनिक बैठकें और जनसभाएं करने का कार्यक्रम है. भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘‘ गुरुवार को वह बेथुयाडहरी में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और फिर उत्तरी नादिया के नेताओं के साथ संगठनात्मक बैठक करेंगे. वह कृष्णानगर लोकसभा सीट पर पार्टी के प्रदर्शन का आकलन भी करेंगे. भाजपा को 2019 के चुनाव में कृष्णानगर लोकसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने मात दी थी.

अमित शाह 24 लोकसभा सीट का करेंगे दौरा

नड्डा का दौरा देश भर के उन 144 लोकसभा क्षेत्रों में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व के ‘प्रवास’ अभियान का हिस्सा है जहां पार्टी 2019 के चुनाव में मामूली अंतर से हार गई थी. अगले कुछ महीनों में, नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य की 24 लोकसभा सीट का दौरा करेंगे और 12-12 रैलियों को संबोधित करेंगे. भाजपा ने 2019 लोकसभा चुनाव में राज्य में 42 में से 18 सीट पर जीत दर्ज की थी. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मंगलवार को सर्वसम्मति से नड्डा के पार्टी अध्यक्ष पद पर कार्यकाल को जून 2024 तक बढ़ाने को मंजूरी दी थी.

टीएमसी ने भाजपा को घेरा

तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि नड्डा के दौरे को अहमियत देने से इनकार कर दिया. तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘ हमने 2021 विधानसभा चुनाव से पहले देखा था कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल में डेरा डाल दिया था, लेकिन पार्टी को फिर भी हार का ही सामना करना पड़ा.

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