शंभू मिश्रा हत्याकांड मामले में सरेंडर करने जा रहे भाजपा नेता उमेश शाही गिरफ्तार, मई में हुई तीन हत्याओं की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस
गोपालगंज : जिले में मई माह के दूसरे सप्ताह में हुए शंभू मिश्रा हत्याकांड में भाजपा नेता उमेश शाही को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. मीरगंज थाने के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी उस वक्त हुई, जब वह अदालत में सरेंडर करने जा रहे थे.
गोपालगंज : जिले में मई माह के दूसरे सप्ताह में हुए शंभू मिश्रा हत्याकांड में भाजपा नेता उमेश शाही को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. मीरगंज थाने के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी उस वक्त हुई, जब वह अदालत में सरेंडर करने जा रहे थे.
मालूम हो कि गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के बड़वा मठ के पास नौ मई शनिवार की सुबह कटेया थाना क्षेत्र के बभनौली गांव निवासी 55 वर्षीय रेलवे के एक बड़े ठेकेदार शंभू मिश्रा की अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी. रेलवे ठेकेदार शंभू मिश्रा कुचायकोट के जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय के करीबी बताये जाते हैं. अपराधियों ने घटना को उससमय अंजाम दिया, जब वह बड़वा मठ के पास योगा कर रहे थे.
मई में हुईं तीन हत्याओं की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस, डीजीपी बोले…
गोपालगंज में मई माह में हुईं हत्याओं की गुत्थी सुलझाने को लेकर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने फेसबुक लाइव कर पर्दा उठाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि गोपालगंज में लगातार तीन घटनाएं हुई हैं. सबसे पहले नौ मई को सतीश पांडेय के करीबी शंभू मिश्रा की हत्या हुई. 24 मई को हथुआ में ट्रिपल मर्डर की घटना हुई.
उन्होंने कहा कि अपराधियों के निशाने पर जयप्रकाश चौधरी थे. जय प्रकाश की रक्षा के लिए उनके माता-पिता और भाई शांतनु चौधरी अपराधियों से भिड़ जाते हैं. अपराधियों की फायरिंग में तीनों लोगों की मौत हो जाती है और जयप्रकाश घायल हो जाते हैं. घटना में चार लोगों को अभियुक्त बनाया जाता है. जय प्रकाश ने सतीश पांडेय, मुकेश पांडे, बटेश्वर पांडेय का नाम प्रत्यक्षदर्शी के रूप में कहा है.
डीजीपी ने कहा है कि जय प्रकाश ने बयान दर्ज कराते हुए कहा है कि चार दिन पहले विधायक और उनके मुकेश पांडेय ने धमकी दी थी. इसलिए इनकी साजिश हो सकती है. वादी ने गोली मारने में विधायक के नाम का जिक्र नहीं किया है. डीजीपी ने कहा है कि 26 मई को हथुआ थाना क्षेत्र में में मुन्ना तिवारी की हत्या हो जाती है. मुन्ना तिवारी सतीश पांडेय के मौसेरे भाई थे. इस मामले में चार लोग अभियुक्त बनाये गये हैं. इनमें से एक जयप्रकाश चौधरी हैं.