अलीगढ़: भाजपा ने प्रशांत सिंघल को बनाया मेयर प्रत्याशी, पोखर की जमीन कब्जाने के मामले में दर्ज हो चुकी है FIR
भाजपा ने देर शाम अलीगढ़ नगर निगम महापौर के लिए प्रशांत सिंघल को प्रत्याशी बनाया है. प्रशांत सिंघल अलीगढ़ के बड़े एक्सपोर्टर और उद्योगपति हैं. नगर निगम की पोखर की जमीन कब्जाने के मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है. फिलहाल अदालत से मामले में स्टे लगा दिया है.
अलीगढ़ : भाजपा ने देर शाम अलीगढ़ नगर निगम महापौर के लिए प्रशांत सिंघल को प्रत्याशी बनाया है. प्रशांत सिंघल अलीगढ़ के बड़े एक्सपोर्टर और उद्योगपति हैं. भाजपा नगर निकाय संयोजक सुनील पांडे ने इसकी पुष्टि की है. प्रशांत सिंघल शहर के उद्योगपति और एक्सपोर्टर है. हार्डवेयर का बड़ा कारोबार है. इसके साथ ही प्रशांत ग्रुप ने मथुरा रोड पर कोल्ड स्टोरेज खोला है. वही 2018 में यूपी इन्वेस्टर समिट के तहत शिवाश्रित नाम से आलू प्लांट स्थापित किया है. जिसमें आलू का पाउडर बनता है. वह विदेशों में निर्यात होता है. इस तरह का यह पहला प्लांट है.
पोखर की जमीन कब्जाने का लगा आरोप
प्रशांत सिंघल का परिवार समाज सेवा में पीछे नहीं रहता है. प्रशांत सिंघल पिछले कई वर्षों से भाजपा से विधायक और मेयर का टिकट मांग रहे थे. जिनको अब संगठन ने अलीगढ़ से भाजपा का मेयर प्रत्याशी बनाया है. प्रशांत सिंघल उद्योगपति रमेश सिंघल के बड़े पुत्र हैं और पिछले 15 सालों से भाजपा से जुड़े हैं. आपको बता दें कि भाजपा के प्रत्याशी पर नगर निगम की पोखर की जमीन कब्जाने का भी आरोप लगा है.
शहर के गूलर रोड स्थित नगर निगम के मालिकाना हक वाली पोखर पर अवैध कब्जे कर बैनामा के जरिए प्लाट बेचने का आरोप है. जिसमें एक्सपोर्टर प्रशांत ग्रुप के स्वामी रमेश सिंघल और उनके दोनों बेटे प्रशांत व निशांत पर मुकदमे दर्ज किए गए थे. यह मामला 2018 में सामने आया था. नगर निगम द्वारा टॉप टेन भू-माफियाओं की लिस्ट की सूची में भी नाम शामिल करने की भी बात सामने आई थी.
साजिश और दबाव में किया गया मुकदमा
हालांकि इस मामले में प्रशांत सिंघल कहते आए हैं कि मुकदमा दबाव में लिखा गया था और अदालत से मामले में स्टे लगा दिया है. बिना सत्यता की जांच किए अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराए. जो कि एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया. वे कहते हैं कि नगर निगम प्रशासन ने उन पर यह मुकदमा छवि खराब करने के लिए लगाया था.
पर्यावरणविद अंशु गौड़ ने ट्विट कर साधा निशाना
वहीं इस मामले में पर्यावरणविद अंशु गौड़ ने इसको लेकर ट्वीट भी किया है कि प्रशासन द्वारा घोषित भू-माफिया को मेयर का टिकट दिया गया है, जिन पर खुद नगर निगम की पोखर की जमीन जमीन कब्जाने का आरोप है. अंशु गौड़ ने लिखा है कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई थी. पर्यावरणविद अंशु गौड़ ट्वीट कर लिखते हैं कि क्या ऐसे अपराधी भू-माफिया को वोट देंगे.