Bareilly: केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने की कोशिश में है. वह उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में ताकत बढ़ाने में लगी है, तो वहीं विपक्षी पार्टियों की ताकत घटाने की कोशिश में है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने 3 से 4 लोकसभा सीट पर क्लस्टर बनाने का प्लान बनाया है, जिसके चलते यूपी में 20 क्लस्टर बनेंगे. इसमें केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्रियों को भी लगाया जा रहा है. इसके साथ ही हारने वाली सीटों पर क्लस्टर प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों को लगाया गया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी अपनी टीम बनाने की कोशिश में जुटे हैं. उनकी टीम से कुछ मंत्री, एमएलसी और पदाधिकारियों की छुट्टी होगी, तो वहीं कुछ पुराने, और मेहनती लोगों को जगह मिलेगी. मगर, भाजपा की नई प्रदेश कमेटी फरवरी के अंत तक आ जाएगी.
बदला जाएगा मीडिया सेल
भाजपा संगठन के साथ ही मीडिया सेल को भी दुरुस्त करने में जुटी है. विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो मीडिया सेल में पूरी तरह से बदलाव देखने को मिल सकता है.
जून 2024 तक रहेंगे जेपी नड्डा
भाजपा की राष्ट्रीय कमेटी में कुछ बड़े चेहरों को शामिल किया जा सकता है. मगर, भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद ने राष्ट्रीय प्रमुख जेपी नड्डा का कार्यकाल जून, 2024 तक बढ़ाने का फैसला किया है. वह लोकसभा चुनाव कराने के बाद ही हटेंगे.
Also Read: Air Connectivity: पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा उत्तर प्रदेश, जानें कैसे बदलेगी तस्वीर
भाजपा छोटे दलों से गठबंधन 2024 लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रखेगी. सुभाषपा के ओपी राजभर भाजपा गठबंधन से भाग गए थे. उनको भी जल्द गठबंधन में लिया जाएगा. उन्हें पूर्वी यूपी में एक या दो लोकसभा सीटें दी जा सकती हैं. इसके साथ ही अपना दल-एस को भी दो से तीन सीट देने की तैयारी है. हालांकि, अपना दल-एस को पिछली बार भी दो सीट मिली थीं. उनके दोनों सांसद चुने गए थे. यूपी में निषाद पार्टी के डॉक्टर संजय निषाद भी गठबंधन में हैं.
यूपी में 80 लोकसभा सीट को 20 क्लस्टर में बांटने की तैयारी है. हर क्लस्टर पर केंद्रीय और योगी कैबिनेट से एक वरिष्ठ मंत्री की तैनाती की जाएगी. इसके साथ ही यूपी बीजेपी लोकसभा समन्वयकों या प्रभारियों, विस्तारकों और विधानसभा क्षेत्र प्रभारी को जिम्मा दिया जाएगा. यह सूची जल्द ही फाइनल होने की उम्मीद है.
यूपी की 16 लोकसभा सीट पर भाजपा की हार हुई थी. हालांकि, इसमें से रामपुर, आजमगढ़ को जीत लिया है. मगर, इसके बाद भी हारने वाले क्लस्टर में शामिल किया गया है. इनमें केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को मैनपुरी, संभल, अमरोहा और मुरादाबाद के क्लस्टर पर तैनात किया है. लोकसभा सीट नगीना, बिजनौर और सहारनपुर लोकसभा सीट वाले क्लस्टर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आजमगढ़ के श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, रायबरेली और लालगंज के क्लस्टर का जिम्मा दिया है. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी जौनपुर, गाजीपुर और मऊ के क्लस्टर पर जिम्मेदारी संभाल रही हैं.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद बरेली