वाराणसी में बोलीं रूपा गांगुली- देश को बदनाम करना कांग्रेस को पसंद, सलमान खुर्शीद को हिंदू धर्म से एलर्जी

12 से 14 नवंबर तक काशी में संस्कृति संसद का आयोजन किया जा रहा है. इसमें शामिल होने के लिए बीजेपी सांसद रूपा गांगुली वाराणसी पहुंची हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 11, 2021 5:49 PM

Salman Khurshid Book Controversy: देश के खिलाड़ी ओलंपिक में मेडल जीतकर आते हैं तो सभी को खुशी होती है. मगर, इसी देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो देश की खुशी से खुद को जोड़ नहीं पाते हैं. ऐसे लोगों के लिए ही हम लोग काशी में संस्कृति संसद का आयोजन करने जा रहे हैं. वो आएं और देखें कि भारत की संस्कृति क्या है. इन बातों का जिक्र बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने किया.

दरअसल, 12 से 14 नवंबर तक काशी में संस्कृति संसद का आयोजन किया जा रहा है. इसमें शामिल होने के लिए बीजेपी सांसद रूपा गांगुली वाराणसी पहुंची हैं. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए रूपा गांगुली ने कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब सनराइज ओवर अयोध्या- नेशनहुड इन आवर टाइम्स पर तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि हम संस्कृति संसद से लोगों तक अपनी बातों को पहुंचाएंगे.

रूपा गांगुली ने जिक्र किया कि देश को तोड़ना और एक-दूसरे के बारे में बुरा बोलना, विदेशी शक्तियों को हमारे ऊपर वार करने में मदद कर रहा है. देश को बदनाम करना कांग्रेस को अच्छा लगता है तो हम क्या कर सकते हैं. जनता तक यह बात जरूर पहुंचाना चाहते हैं कि सलमान खुर्शीद को हिंदू धर्म बुरा लगता है तो उन्हें चर्चा करनी चाहिए. किताब लिखकर धर्म को बदनाम नहीं करना चाहिए.

बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के काशी आने के सवाल पर रूपा गांगुली ने कहा कि मैं द्रौपदी तो नहीं हूं पर मेरे केश भी द्रौपदी की तरह लंबे हैं. मेरे केश को पकड़कर घसीटा गया, मुझे मारा गया. वो कौन लोग थे? ये लोग ममता बनर्जी के लोग थे. एक औरत होकर आप एक औरत समेत पश्चिम बंगाल के लाखों लोगों को इसलिए अपमानित करते हैं क्योंकि वो आपके दल के नहीं हैं. इसी से उनका परिचय हो जाता है. कुछ और बोलने की जरूरत नहीं है. यह काशी की धरती है. यहां सभी का हिसाब होता है.

(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)

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