Varanasi News: काशी विश्वनाथ की नगरी में शनिवार को पहुंचे बीजेपी सांसद और फायर ब्रांड नेता साक्षी महाराज ने देवाधिदेव महादेव की नगरी को प्रणाम किया. इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अपनी बातों को पत्रकारों के सामने रखा. उन्होंने कहा कि मोदी और योगी दोनों सरकारों का महामंत्र है ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’. जिसके आधार पर बीजेपी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें लाएंगी.
कांग्रेस की किसान न्याय रैली पर साक्षी महाराज ने कहा कि उन्हें हिंदुस्तान की जनता ने नकार दिया है. जिस पार्टी ने देश के विभाजन जैसा अपराध किया, जिस पार्टी ने 65 वर्षों तक देश को लूटा और जिस पार्टी को जनता ने लोकसभा में विपक्ष में भी बैठने के लायक नही छोड़ा, वो ऐसी पार्टी पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते हैं. कांग्रेस नेता अजय लल्लू के कानून व्यवस्था के खिलाफ झाड़ू लगाने और बीजेपी को घेरे जाने के सवाल पर कहा कि मोदी जैसा प्रधानमंत्री और योगी जैसा मुख्यमंत्री आज तक नहीं हुआ है.
साक्षी महाराज ने कहा कि मोदी-योगी की लोकप्रियता के सामने विपक्ष का कोई नेता नहीं है. इसका मतलब है कि मोदी और योगी ने बहुत कुछ किया है. कांग्रेस की रैली के पहले प्रियंका गांधी का दुर्गा के अवतार में पोस्टर लगाने पर साक्षी महाराज ने कहा कि कांग्रेस को नाटक करना अच्छा आता है. यह मां का अपमान है. मैं नवरात्र का व्रत रखता हूं. किसी महिला पर अभद्र टिप्पणी नहीं करना चाहता. मंदिरों में पानी भरने पर कांग्रेस द्वारा किए जाने वाले प्रदर्शन के सवाल पर कहा कि इतना विकास 65 वर्षों में नही हुआ, जितना मोदी और योगी की सरकार में हो रहा है. इसकी प्रशंसा होनी चाहिए.
साक्षी महाराज ने बताया कि उनके भी दो आश्रम को कॉरिडोर के लिए तोड़कर दूसरी जगह बनाए गए तो उन्होंने ना तो प्रदर्शन किया और ना ही धरना दिया. विकास की दृष्टि से जो कार्य हो उसकी प्रशंसा करनी चाहिए. जिनको अलोचना करना है वो करते रहें. उनकी स्थिति खिसियानी बिल्ली खंभा नोचने जैसी हो गई है. बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मेनका और वरुण गांधी को बाहर किए जाने के सवाल पर कहा कि बीजेपी कोई लिमिटेड कंपनी नहीं है. बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है. यहां जो कुछ भी होता है, लोकतांत्रिक तरीके से होता है और जो हुआ है उसका सम्मान करता हूं.
(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)