पश्चिम बंगाल के भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ( Anupam Hazra) की वाई कैटेगरी सुरक्षा गृह मंत्रालय ने वापस ले ली है. गौरतलब है कि बीजेपी के अंदर अनुपम हाजरा को पार्टी से निकालने की मांग उठ रही थी. इन सबके बीच केंद्र सरकार ने एक ‘शांत’ फैसला लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मंत्रालय तय करता है कि किन नेताओं को किस स्तर की केंद्रीय सुरक्षा मिलेगी. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, अनुपम हाजरा को केंद्र से ‘वाई श्रेणी’ की सुरक्षा मिलती थी. गृह मंत्रालय ने अनुपम को सूचित कर ‘वाई श्रेणी’ की सुरक्षा वापस ले ली. मालूम हो कि इसके तुरंत बाद पूर्व सांसद बोलपुर छोड़कर दिल्ली चले गये थे.
अनुपम एक समय बोलपुर से तृणमूल सांसद थे. बीजेपी में शामिल होने के बाद वह पिछले लोकसभा चुनाव में जादवपुर सीट से उम्मीदवार भी बने. हालांकि उन्हें विधानसभा चुनाव में नामांकित नहीं किया गया था. उस समय उन्होंने कई मायनों में प्रदेश नेतृत्व को असहज कर दिया था. भाजपा में कई लोग कहते हैं कि इसीलिए अनुपम को राज्य से हटा दिया गया और कम महत्वपूर्ण केंद्रीय जिम्मेदारियां दी गईं. साथ ही बिहार का संगठन भी देखने को कहा.
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लोकसभा चुनाव से पहले कोलकाता में बीजेपी की मेगा रैली थी. इस महा रैली में स्वय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे. इस जनसभा और रैली में निमंत्रण पत्र नहीं मिलने पर भाजपा के अखिल भारतीय सचिव अनुपम हाजरा का गुस्सा फूट पड़ा था. बोलपुर में उन्होंने इस मामले को लेकर मीडिया को कहा था की स्वंय के घर पर यदि विवाह हो और उन्हें ही न बुलाया जाए अथवा निमंत्रण न दिया जाए तो क्या उस शादी समारोह में जाना चाहिए ? कोलकाता में अमित शाह की विरोध सभा को शादी कहना एक व्यंग्य कसा है अनुपम हाजरा ने. उन्होंने कहा कि वह विरोध सभा में नहीं जाएंगे क्योंकि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला. बीजेपी नेता ने कहा था, बीरभूम की धरती पर खड़े होकर अमित शाह ने कहा, 35 सीटें दीजिए. मैं ममता सरकार को उखाड़ फेंकूंगा. जिस तरह से बंगाल बीजेपी नेतृत्व चल रहा है, आगामी लोकसभा में अमित शाह की 35 सीटें जीतना सपना सच होने जैसा है.