किसान मुद्दे पर लगातार मुखर वरुण गांधी BJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाए गए, मेनका का भी पत्ता साफ
बीजेपी ने किसान मुद्दे पर लगातार मुखर वरुण गांधी का नाम राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची से हटा दिया है. जेपी नड्डा ने आज 80 सदस्यों की एक सूची जारी की है, जिसमें उत्तर प्रदेश के 10 सदस्य शामिल हैं.
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई है. कार्यकारिणी में बीजेपी सांसद वरुण गांधी और मेनका गांधी को जगह नहीं मिली है. वहीं सूची जारी होने के बाद सियासी अटकलें तेज हो गई है. वरुण गांधी पिछले कई दिनों से लगातार यूपी सरकार पर किसान मुद्दे को लेकर हमलावर हैं.
जानकारी के मुताबिक भाजपा (BJP) ने 80 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है. बीजेपी की ओर से जारी सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, एमएम जोशी, केन्द्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह का नाम है. कार्यकारिणी की सूची राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जारी की है.
2015 में वरुण से छीना था महासचिव का प्रभार- 2015 में अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद वरुण गांधी को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पद से हटाया गया था. वरुण गांधी उस वक्त के बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के प्रभारी थे. अमित शाह ने वरुण गांधी की बजाय कैलाश विजयवर्गीय को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभार बनाये गये थे.
विज्ञप्ति के मुताबिक कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य (पदेन) भी होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधायक दल के नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन और संगठक शामिल हैं. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करती है और संगठन के कामकाज की रूपरेखा तय करती है. कोविड-19 महामारी के चलते लंबे समय से राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक नहीं हुई है.
किसान मुद्दे पर लगातार मुखर हैं वरुण- बताते चलें कि वरुण गांधी किसान मुद्दे पर लगातार मुखर हैं. वरुण गांधी पिछले दिनों लखीमपुर खीरी हिंसा पर यूपी सरकार पर जमकर सवाल उठाया था. उन्होंने ट्वीट कर मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.