कोलकाता: पेट्रोल व डीजल की कीमतों में उछाल के बाद पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आमने-सामने हैं. राज्य के कुछ जिलों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पास पहुंच चुकी है. इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधा, तो भाजपा ने भी पलटवार करने में देर नहीं की.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट करके केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. अभिषेक बनर्जी ने लिखा कि पेट्रोल व डीजल की कीमत जब रिकॉर्ड बना रही है, तब केंद्र सरकार लोगों की चिंता को और कैसे बढ़ा सके, उसकी कोशिश कर रही है.
As fuel prices hit a HISTORIC HIGH, @BJP4India govt. seems to be working very hard towards adding to the woes of the public.
Not much has changed from 2020. The same old blame game continues while the demands of the people of India are conveniently ignored! #ModiBabuPetrolBekabu https://t.co/blEuah3aEp
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) July 4, 2021
42% of all taxes collected, go to the State government. Besides why hasn’t Mamata Banerjee reduced the State levy, which is among the highest across the States. Just because you need it to fund your syndicates? What have the people of Bengal elected TMC for? https://t.co/1MdvlagrbJ
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) July 4, 2021
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 से ज्यादा कुछ नहीं बदला है. दोषारोपण का खेल चल रहा है और देश के लोगों की मांगों की अनदेखी की जा रही है. अभिषेक के इस ट्वीट को राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बसु ने री-ट्वीट करके टीएमसी संसद के बयान से सहमति जतायी है.
Also Read: भूटान जाकर पेट्रोल-डीजल खरीदने से बंगाल को 926 करोड़ का सालाना घाटा
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला करने में देरी नहीं की. बंगाल प्रदेश भाजपा ने कहा कि पेट्रोलियम से मिलने वाले टैक्स का 42 फीसदी राज्यों के हिस्से में आता है. ममता बनर्जी ने टैक्स में कटौती क्यों नहीं कर दी. देश के जितने भी राज्य हैं, उनमें से सबसे ज्यादा टैक्स लेने वाले राज्यों की सूची में शामिल है बंगाल.
भाजपा ने आगे लिखा है कि ममता बनर्जी की सरकार लेवी कम नहीं कर सकती, क्योंकि वह इस पैसे से अपने सिंडिकेट की फंडिंग करती है. उन्होंने अपने सिंडिकेट को चलाने के लिए इन पैसों की ज्यादा जरूरत है. बीजेपी ने पूछा है कि क्या बंगाल की जनता ने टीएमसी को इसी के लिए चुना है?
Also Read: बंगाल में पेट्रोल-डीजल एक रुपये सस्ता, ममता सरकार देगी सब्सिडी
Posted By: Mithilesh Jha