बरेली: भाजपा संगठन की घोषणा 15 अगस्त तक, जानें पैनल में किन नेताओं का नाम है शामिल, सपा में क्यों मचा है बवाल
भाजपा ने बरेली को दो जिलों में बांटा है. इसमें बरेली और आंवला के जिला संगठन हैं. बरेली में जिलाध्यक्ष पद के लिए धर्मपाल आजाद, तेजेश्वरी सिंह, सम्राट सिंह, जयेंद्र गंगवार, डॉक्टर नरेंद्र गंगवार, सुनील कुमार गंगवार समेत कई आवेदन आए हैं.
Bareilly News: यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की ताजपोशी को एक वर्ष से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन पिछले काफी समय से लगातार चुनाव के चलते जिलों में नए संगठन की घोषणा नहीं हो पाई. अब लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर भाजपा के नए संगठन की जल्द घोषणा करने की तैयारी चल रही है.
भाजपा के विश्वसनीय सूत्रों की मानें, तो 15 अगस्त तक बरेली समेत सभी जिलों में नए संगठन की घोषणा कर दी जाएगी. इसके लिए यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने जिलों में पर्यवेक्षकों को भी भेजा था. बरेली में पार्टी के पर्यवेक्षक एवं विधायक पंकज सिंह दावेदारों से बातचीत कर उनका मन टटोल चुके हैं.
इसके साथ ही सियासी अनुभव की भी जानकारी ली. इसके बाद बरेली के सांसद पूर्व मंत्री संतोष कुमार गंगवार, मेयर उमेश गौतम, एमएलसी कुंवर महाराज सिंह, विधायक डॉक्टर डीसी वर्मा,डॉक्टर राघवेंद्र सिंह, डॉक्टर एमपी आर्य, पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य के साथ मंथन किया. इसके बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप चुके हैं.
ये नेता हैं जिलाध्यक्ष के दावेदार
भाजपा ने बरेली को दो जिलों में बांटा है. इसमें बरेली और आंवला के जिला संगठन हैं. बरेली में जिलाध्यक्ष पद के लिए धर्मपाल आजाद, तेजेश्वरी सिंह, सम्राट सिंह, जयेंद्र गंगवार, डॉक्टर नरेंद्र गंगवार, सुनील कुमार गंगवार समेत कई आवेदन आए हैं. इसके साथ ही महानगर अध्यक्ष पद के लिए पूर्व महामंत्री यतिन भाटिया, पूर्व महानगर अध्यक्ष पुष्पेंद्र शर्मा, गुलशन आनंद, पूर्व महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया, महानगर उपाध्यक्ष देवेंद्र जोशी, मंत्री सूर्यकांत मौर्या और रामचंद्र मौर्य आदि ने आवेदन किया है.
इनके नामों पर लग सकती है मुहर
भाजपा में जिला और महानगर संगठन के लिए दावेदारों की काफी आवेदन हैं. यह सभी अपनी-अपनी कोशिश कर रहे हैं. मगर, बरेली जिलाध्यक्ष के पद पर एक बार फिर पवन शर्मा की ताजपोशी हो सकती है. इसके साथ ही महानगर अध्यक्ष के लिए हुए डॉक्टर केएम अरोड़ा के नाम पर एक बार फिर भाजपा दांव लगा सकती है. यह दोनों ही पदाधिकारी भाजपा के सांसद और विधायकों की भी पसंद हैं.
आंवला इकाई में बदलाव की उम्मीद
बरेली की आंवला इकाई में अध्यक्ष के रूप में भाजपा काफी मंथन कर रही है. यहां वीरपाल सिंह पाल को हटाकर जातीय समीकरण सुधारने के लिए एक यादव युवा नेता पर पर दांव लगाने की तैयारी चल रही है. इनका नाम लगभग तय हो चुका है. इनके बनने से लोकसभा चुनाव में सियासी फायदा मिलने की उम्मीद है.
अपनों से जंग में उलझी सपा, जिलाध्यक्ष-पूर्व विधायक आमने सामने
वहीं दूसरी ओर बरेली में समाजवादी पार्टी को भाजपा के बजाय अपनों से ही मुकाबला करना पड़ रहा है. यहां नगर निकाय चुनाव में टिकट बेचने के आरोपों का मामला शांत नहीं हो रहा है. आरोप प्रत्यारोप की लड़ाई और तेज हो गई है.
पूर्व विधायक ने टिकट बेचने का लगाया आरोप
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने संगठन पर 35 लाख रुपए तक में टिकट बेचने का आरोप लगाया है. हालांकि संगठन ने निकाय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों से पूर्व विधायक के आरोपों का खंडन कराया है. दोनों प्रत्याशियों ने पूर्व विधायक पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. इसके बावजूद मामला शांत नहीं हुआ है. पूरे बरेली में इसकी चर्चा है.
नगर पंचायत शाही से चेयरमैन पद का चुनाव लड़ने वाले अतहर हुसैन का कहना है कि उन पर पूर्व विधायक ने गलत आरोप लगाया है. वह पूर्व विधायक पर मानहानि का दावा करेंगे.अतहर हुसैन का आरोप है कि पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने उनकी टिकट की पैरवी के लिए रुपए मांगे थे, जिस वह नहीं दे पाए. इस वजह से अतहर हुसैन ने उनकी पैरवी नहीं की.
अतहर हुसैन का दावा है कि इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी. इसके बाद पार्टी ने उन्हें प्रतयाशी बनाया. उनकी मां पिछली बार चेयरमैन थीं. अतहर हुसैन ने अब पूर्व विधायक सुल्तान बाग की झूठ फैलाने को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिकायत करने की बात कही है.
इसके साथ ही शेरगढ़ नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन सबीना अंसारी के पति बाबू अंसारी ने भी पूर्व विधायक पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी समीना अंसारी चुनाव लड़ी थी. दो बार चेयरमैन रह चुकी हैं. मुझे टिकट लखनऊ से मिला था. उन्होंने भी पूर्व विधायक पर चुनाव में विरोध करने और दूसरे को मैदान में उतारने की बात कही. बाबू अंसारी ने भी मामले में शिकायत करने की बात कही है. इसके अलावा जिलाध्यक्ष ने भी उन पर तमाम आरोप लगाए हैं. वहीं पूर्व विधायक सुल्तान बेग का कहना है कि कोई भी चोर खुद को चोर नहीं बताता.
यह है मामला
बरेली सपा में संगठन का काफी समय से विरोध है. हर मीटिंग में किसी न किसी की कहासुनी होती है. मगर, दो दिन पूर्व सपा के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने नगर पंचायत अध्यक्ष का टिकट 35 लाख रुपए तक में देने का आरोप लगाया था.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली