Tik Tok समेत 59 चाइनीज ऐप पर बैन भारत का बड़ा ‘डिजिटल हमला’ : रविशंकर प्रसाद

Bjp Virtual Rally 2020 : भारत सरकार (Modi government) ने टिक-टॉक, यूसी ब्राउजर समेत चीन के 59 ऐप गूगल प्ले स्टोर से हटाने के सरकार के कदम को केंद्रीय कानून व सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने चीन पर ‘डिजिटल स्ट्राइक’ (Digital strike) करार दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2020 8:21 PM
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Bjp Virtual Rally 2020 : कोलकाता : भारत सरकार (Modi government) ने टिक-टॉक, यूसी ब्राउजर समेत चीन के 59 ऐप गूगल प्ले स्टोर से हटाने के सरकार के कदम को केंद्रीय कानून व सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने चीन पर ‘डिजिटल स्ट्राइक’ (Digital strike) करार दिया. गुरुवार (2 जुलाई, 2020) को पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भाजपा की जनसंपर्क वर्चुअल रैली (Bjp Jansamvad Virtual Rally) को केंद्रीय मंत्री ने संबोधित किया.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने देशवासियों के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए चीनी ऐप प्रतिबंधित किये हैं. यह एक डिजिटल स्ट्राइक है. देश की सुरक्षा समेत जनता के डिजिटल डाटा की सुरक्षा के लिए ऐप को प्रतिबंधित किया गया है. कानूनी कार्रवाई भी होगी. भारत की जनता की निजता, डाटा की चोरी, डाटा को बाहर भेजने के खिलाफ सरकार सख्त है. देश की जनता की डाटा, अखंडता, सुरक्षा व संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं करेंगे. देश अपनी सीमा और लोगों की सुरक्षा के लिए डिजिटल स्ट्राइक भी करना जानता है.

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उन्होंने कहा कि उम्मीद था कि इस संदर्भ में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) समर्थन करेगी? लेकिन सवाल पूछा जा रहा है. नरेंद्र मोदी की सरकार (Narendra Modi government) हिम्मत की सरकार है. देश के संप्रभुता, एकता और अखंडता के लिए संघर्ष करने वाली सरकार है. किसी अलगाववादी और किसी आतंकवादी को भारत को कमजोर करने की इजाजत नहीं दी जायेगी.

भारत- चीन सीमा विवाद पर श्री प्रसाद ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई बुरी नजर डालेगा, तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि आज 2 ‘सी’ चल रहा है, एक कोरोना और दूसरा चीन. भारत शांति में विश्वास करता है. समस्याओं को बातचीत से सुधारना चाहते हैं. वासुधैव कुटुंबकम में विश्वास करता है. अगर भारत से कोई आंख दिखायेगा, तो जवाब देना भी जानता है.

उन्होंने कहा कि चीन के लोगों ने जबरन लद्दाख में दबाव बनाने की कोशिश की. एलएसी के संधि का अतिक्रमण कर आगे आने की कोशिश की, तो जवानों ने जवाब दिया. प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत के शहीदों का शहादत व्यर्थ नहीं जायेगा. उरी और पुलवामा सभी का जवाब दिया गया.

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस और तृणमूल के लोग रोज सवाल पूछते हैं, जबकि इस समय सभी को एक सुर बोलना चाहिए. यही सवाल बालाकोट के समय भी होता था. बालाकोट और उरी में कांग्रेस देश के साथ खड़ी नहीं हो सकती थी? क्या तृणमूल खड़ी नहीं हो सकती थी ? क्या हम देश के मुद्दे पर एक नहीं सकते हैं?

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह 1962 का भारत नहीं है. 2020 का भारत है. न रुकेगा न झुकेगा और अपनी गति से आगे बढ़ेगा. उन्होंने पश्चिम बंगाल की रैली में ये सवाल भी उठाया कि ‘‘सीपीआइ (एम) चीन की निंदा क्यों नहीं कर रही है?’’ माकपा के लोग भी शांत हैं. माकपा ने चीन का खुल कर विरोध किया क्या? माकपा की भाषा 2020 में ‍भी 1962 की ही है. आज भी माकपा के लोग खुल कर चीन की आलोचना क्यों नहीं करते हैं?

उन्होंने कहा कि तृणमूल से अपेक्षा करूंगा कि खुल कर विरोध करें. बंगाल में एक अजीब नजारा देखने में आया है. प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दिलीप घोष की गाड़ी पर हमला किया गया. मुझे लगता था कि कोरोना के समय विरोधियों पर हमला बंद होगा और गरीबों की सेवा अधिक होगी. बंगाल में कोरोना है, फिर भी प्रदेश अध्यक्ष पर हमला करने की कोशिश की जाती है. हमें भारत को मजबूती से चलाना है और बंगाल को सुधारना है.

Posted By : Samir ranjan.

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