Prayagraj News: संगम नगरी के बहरिया थाना अंतर्गत नेवादा में भाजपा की जीत पर शनिवार को जश्न के दौरान कुछ लोगों द्वारा बीजेपी समर्थको पर ईट पत्थरों से हमला कर दिया गया था. घटना के दिन एक युवक की मौत हो गई थी. जिसे लेकर थाने में दो अलग अलग तहरीर दी गई हैं. मृतक के पिता के मुताबिक युवक को मौत एक्सीडेंट के कारण हुई वहीं भाजपा समर्थकों का आरोप है कि जश्न के दौरान हुई मारपीट में युवक की मौत हुई है. मामले में एसपी गंगापार की जांच रिपोर्ट पर एसएसपी अजय कुमार ने थाना प्रभारी रवि प्रकाश, उपनिरीक्षक संजय यादव, सिपाहियों विकास उपाध्याय और दीनदयाल दुबे को निलंबित कर दिया. वहीं मारपीट मामले में एसआई संजय यादव सहित 9 लोग नामजद व 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक नेवादा चौराहे के पास शनिवार को बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत को जश्न मना रहे थे. इसी बीच नेवादा गांव के रहने वाले सतीश चौहान की मौत हो गई. उसके सिर पर चोट के गंभीर निशान थे. मृतक के पिता ने थाने में तहरीर देते हुए बेटे की मौत का कारण एक्सीडेंट बताया है. वहीं भाजपा समर्थकों का कहना है को मृतक के पिता से पुलिस द्वारा दबाव डालकर तहरीर लिखवाई गई है.
फाफामऊ शमशान घाट से शव भेजा गया पोस्टमार्टम
बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक रविवार को जब मृतक सतीश के घर पहुंचे तो पता चला कि शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया जाएगा. जिसके बाद भाजपा के जिलामंत्री गंगापार कमलेश पाल ने बहरिया पुलिस से इस संबध में बात की तो पता चला मृतक का पिता बाबूराम कोई कार्रवाई नहीं चाहता, जिस कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया जा रहा.
इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में बहरिया थाने का घेराव कर पुलिस कार्यप्रणाली पर जमकर नारे बाजी की. साथ ही एसआई संजय यादव की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए धरने पर बैठ गए. मामले की जानकारी अफसरों को मिली तो पुलिस महकमें ने हड़कंप मच गया. पुलिस ने तत्काल मृतक का शव फाफामऊ घाट से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
वहीं भाजपा कार्यकर्ता दरोगा संजय यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ रहे. जिसके बाद एसपी गंगापार की ओर से जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया. वहीं, दरोगा संजय यादव समेत 9 नामजद व 25 अज्ञात पर मुकदमा पंजीकृत करने का निर्देश दिया.