Jharkhand News: BCCL की एलटी लाइन पर 11 हजार वोल्ट का तार गिरा, 45 गांवों में Black Out, JE को बनाया बंधक
Jharkhand News : धनबाद के बाघमारा प्रखंड की बिराजपुर में रविवार की रात झारखंड सरकार के गणेशपुर विद्युत सब-स्टेशन के 11 हजार विद्युत प्रवाहित तार टूट कर बिराजपुर बस्ती में बीसीसीएल की एलटी लाइन पर गिरने से अफरातफरी मच गयी. बिराजपुर व पड़ुआभीठा के दर्जनों घरों के बिजली उपकरण ब्लास्ट कर गये.
Jharkhand News : धनबाद के बाघमारा प्रखंड की बिराजपुर में रविवार की रात झारखंड सरकार के गणेशपुर विद्युत सब-स्टेशन के 11 हजार विद्युत प्रवाहित तार टूट कर बिराजपुर बस्ती में बीसीसीएल की एलटी लाइन पर गिरने से अफरातफरी मच गयी. बिराजपुर व पड़ुआभीठा के दर्जनों घरों के बिजली उपकरण ब्लास्ट कर गये. इसी दौरान बिराजपुर के कन्हाई महतो व सचिन कुमार उपकरण चेक करने के दौरान करंट की चपेट में आ गये. इससे दोनों बेहोश हो गये. ग्रामीणों ने दोनों को स्थानीय क्लिनिक में इलाज कराया. घटना के बाद बाघमारा इलाके के 45 गांवों में अंधेरा छाया हुआ है. विद्युत आपूति ठप पड़ी हुई है. इधर लोगों ने सोमवार की सुबह पहुंचे कनीय अभियंता को बंधक बना लिया. समाचार लिखे जाने तक उन्हें तार जोड़ने नहीं दिया गया है. पूरे इलाके में ब्लैक आउट है.
ग्रामीणों ने बताया कि रुक-रुक कर बारिश हो रही थी. लोग अपने अपने घरों में थे. अचानक रात को बिजली के उपकरणों के ब्लास्ट होने की आवाज आयी. चारों ओर अंधेरा पसर गया. अफरातफरी मच गयी. घरों से लोग निकल गये. 11 हजार के विद्युत तार से चिंगारी निकलते देख लोगों को समझ आया कि राज्य सरकार की एचटी लाइन का तार एलटी तार पर गिर चुका है. सोमवार की सुबह सूचना देने के बाद भी विलंब से पहुंचने पर विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. सोमवार को 11 हजार का तार जोड़ने पहुंचे कनीय अभियंता देवीलाल सोरेन को जले सामानों की क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर घंटों बंधक बना लिया. ग्रामीण मौके पर विद्युत विभाग के वरीय अधिकारी को बुलाने, 11 हजार के केवल युक्त जाली के साथ तार लगाने और शॉर्टसर्किट से हुई क्षतिपूर्ति की भरपाई की मांग कर रहे थे. लोगों ने तार जोड़ने नहीं दिया है. इस कारण बाघमारा, हरिणा, डुमरा सहित लगभग 45 गांवों की बिजली बाधित है. में ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को भी सूचना दे दी है. लगभग दो घंटे बाद उचित कार्यवाही का आश्वासन देने पर ग्रामीणों ने कनीय अभियंता को मुक्त कर दिया है. मामले में कनीय अभियंता श्री सोरेन ने बताया कि ग्रामीणों की मांग को वरीय अधिकारियों के समक्ष रखा जायेगा. आदेशनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.
गणेशपुर विद्युत विभाग के सहायक अभियंता अनिल कुमार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा हुई क्षतिपूर्ति की मांग की जा रही है. यहां से कोई मुआवजा का प्रावधान नहीं है. क्षतिपूर्ति की सूची तैयार कर देने के बाद ही आकलन लगा कर वरीय अधिकारियों के समक्ष रखा जायेगा. गांवों में बिजली ठप है. ग्रामीण द्वारा तार जोड़ने नहीं दे रहे हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra