देवघर: अब ब्लड डोनरों को सरकार डिजिटल प्रमाण पत्र देगी. इस प्रमाण पत्र की वैधता एक वर्ष होगी. ब्लड डोनर इस प्रमाण पत्र का उपयोग करके झारखंड के किसी भी ब्लड बैंक से अपने स्वयं के लिए एक यूनिट ब्लड ले सकेंगे. यह निर्णय स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार ने लिया है. सरकार ने रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा निर्णय लिया है.
विभाग ने रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रहे सभी उत्साहित रक्तदाताओं व संगठनों के लिए भी बड़ी खुशखबरी दी है. इसके तहत जो संगठन या संस्था रक्तदान शिविर आयोजित करते हैं, उन्हें उनके सम्मानित रक्तदाता के लिए आवश्यकता पड़ने पर उनके द्वारा कराये गये कुल रक्तदान का अधिकतम 10% तक रक्त उनकी अनुशंसा पर उपलब्ध कराया जा सकेगा.
इसकी वैधता एक वित्तीय वर्ष रहेगी. सरकार के इस फैसले का देवघर रेडक्रॉस सोसाइटी ने स्वागत किया है और आभार प्रकट किया है. रेडक्रॉस के चेयरमैन जितेश राजपाल व सचिव निरंजन कुमार सिन्हा ने झारखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया है.
साथ ही सभी रक्तदाताओं और रक्तदान करवाने वाली संस्थाओं के लिए इस खुशखबरी को शेयर किया है. चेयरमैन ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से रक्तदान के प्रति लोगों का रूझान बढ़ेगा. ब्लड में कहीं भी रक्त की कमी नहीं होगी. संस्थाएं भी अब पूरी गंभीरता से रक्तदान करवाने में अपनी भूमिका निभायेगी.
झारखंड में कहीं भी इस डिजिटल प्रमाण पत्र को दिखाकर अपने लिये ले सकेंगे एक यूनिट ब्लड
रक्तदान करवाने वाली संस्थाएं भी कर सकेंगे ब्लड के लिए अनुशंसा
सरकार ने निकाला डोनर कार्ड का वैकल्पिक उपाय
प्रमाण पत्र की वैधता एक वर्ष रहेगी
सरकार के इस निर्णय से रक्तदान के प्रति लोगों का रूझान बढ़ेगा :चेयरमैन
Posted By: Sameer Oraon