कोलकाताः उत्तर बंगाल के कई नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गये. भाजपा छोड़ने वालों में अलीपुरदुआर जिला के पार्टी अध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा समेत 8 नेता शामिल हैं. गंगा प्रसाद और उनके साथ भाजपा छोड़ने वालों को ममता बनर्जी की पार्टी के नेता ब्रात्य बसु, सुखेंदु शेखर रॉय और मुकुल रॉय ने कोलकाता में तृणमूल की सदस्यता दिलायी.
इससे पहले, अलीपुरद्वार जिला इकाई के भाजपा अध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा ने कहा कि वह भाजपा की नीतियों से तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे. ऐसे हालात में उनके लिए जनता के लिए काम करना मुश्किल होता जा रहा था. इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया.
West Bengal: Alipurduar district BJP president Ganga Prasad Sharma joins TMC in the presence of party leaders Sukhendu Sekhar Roy and Mukul Roy in Kolkata. pic.twitter.com/CUIOkIXHLf
— ANI (@ANI) June 21, 2021
गंगा प्रसाद शर्मा ने कहा कि मैंने भाजपा को चुनाव जिताने के लिए भरसक प्रयास किया और पार्टी ने 5 सीटें जीतीं. लेकिन, अब हममें से कुछ लोग पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं. गंगा प्रसाद ने कहा कि उत्तर बंगाल को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा देने की हमारे स्थानीय सांसद की मांग के बाद उन्होंने यह फैसला लिया.
Also Read: एनसीपी चीफ शरद पवार के घर कल यशवंत सिन्हा ने बुलायी बैठक, ये लोग होंगे शामिलश्री शर्मा ने दावा किया कि अभी भाजपा के और कई बड़े नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे. हालांकि, उन्होंने नाम नहीं बताये. उनके साथ उत्तर बंगाल के 7 अन्य नेता, अलीपुरदुआर जिला भाजपा के महासचिव वीरेंद्र बरा उरांव, विनोद कुमार मिंज, विप्लव सरकार, निशान लामा, कृपाशंकर जायसवाल, ईश्वर कुमार विश्वकर्मा और असीम कुमार लामा भी तृणमूल में शामिल हुए हैं.
गंगा प्रसाद शर्मा ने तृणमूल में शामिल होने के अपने फैसले के संबंध में कहा कि पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि विधानसभा चुनाव से पहले ही बननी शुरू हो गयी थी, जब भाजपा नेतृत्व ने बगैर जिला नेतृत्व को सूचित किये दूसरी पार्टी के नेताओं को कोलकाता या फिर दिल्ली में पार्टी में शामिल कराना शुरू कर दिया. चुनाव के दौरान भाजपा का साथ उन्होंने नहीं छोड़ा था और पांचों सीट भाजपा की झोली में आयी थी.
विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि श्री अधिकारी कहते हैं कि उन्हें अलीपुरदुआर से टिकट नहीं मिला, इसलिए वह नाराज हैं. लेकिन, वह पूछना चाहते हैं कि अगर श्री अधिकारी को टिकट नहीं मिलता और उन्हें विधानसभा में विपक्ष का नेता नहीं बनाया जाता, तो क्या वह भाजपा में बने रहते. वह कहते हैं कि वर्ष 2014 से भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से उनके संबंध हैं. इसका वह खुलासा करें.
तृणमूल सांसद सुखेंदु शेखर राय ने कहा कि श्री शर्मा व अन्य नेताओं के तृणमूल में शामिल होने से पार्टी को अलीपुरदुआर में मजबूती मिलेगी. हाल ही में भाजपा से तृणमूल में शामिल हुए मुकुल रॉय ने कहा कि राज्य में भाजपा के सिमटने का यह पूर्वाभास है. इसकी वजह है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को जो सफलता मिली थी, वह उत्तर बंगाल की बदौलत ही मिली थी. यह भाजपा के अंत की शुरुआत है.
वहीं, भाजपा विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने गंगा प्रसाद शर्मा के पार्टी छोड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तर बंगाल में हमारा संगठन मजबूत है. गंगा प्रसाद के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. हम एक और गंगा प्रसाद तैयार कर लेंगे. लोग मायने नहीं रखते, भाजपा मायने रखती है.
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