बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल में अपनी भूमि के रिकॉर्ड के कागजात के संशोधन के लिए सरकारी कार्यालय गये आवेदक को सुननी पड़ी आत्महत्या की धमकियां. घटना बीरभूम (Birbhum) के राजनगर ब्लॉक के भूमि अधिकारी कार्यालय में घटी. आरोप है कि रिकॉर्ड दुरुस्त करने की मांग करने पर बीएलआर ने अपनी सरकारी कुर्सी पर बैठे हुए ही आवेदनकारी को कहा की यदि ज्यादा दबाव डाला तो रस्सी से झूलकर मैं आत्महत्या कर लूंगा. इस धमकी को लेकर आवेदनकारी के बेटे उज्ज्वल अधिकारी सशंकित हैं. घटना की जानकारी मिलते ही राजनगर प्रखंड भूमि पदाधिकारी विद्युत कुमार नंदी को बुधवार को जिला भूमि कार्यालय बुलाया गया.
सरस्वती देवी के बेटे उज्ज्वल अधिकारी ने अपनी मां की जमीन का रिकार्ड दर्ज कराने के लिए कई बार भूमि कार्यालय से संपर्क किया.कथित तौर पर उन्हें और उनकी मां को एक छोटे से काम के लिए नियमित रूप से परेशान किया जाता था. मुख्यमंत्री ने जिला अवर प्रमंडल पदाधिकारी कार्यालय को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी और समाधान की मांग की. अनुमंडल भूमि पदाधिकारी कार्यालय के अनुसार राजनगर प्रखंड को सरस्वती देवी के मामले पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया गया था. उज्ज्वल अधिकारी की मांग पर वह मंगलवार की दोपहर राजनगर स्थित प्रखंड भूमि पदाधिकारी के कार्यालय गये. बीएलआरओ विद्युत कुमार नंदी काम के बारे में बात करते हुए अचानक आग बबूला हो गए .
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यह सुनकर उज्ज्वल कार्यालय से बाहर चले गए. उन्होंने कहा, यह सुनकर मैं बहुत डर गया हूं. भूमि विभाग के सूत्रों के मुताबिक सुधार प्रक्रिया पूरी करने के लिए कई लोगों को सुनवाई के लिए बुलाना पड़ता है. इसमें कुछ समय लगता है. लेकिन आवेदन के बाद उज्ज्वल लगभग हर दिन भूमि कार्यालय आकर दवाब डाल रहे थे. विद्युत बाबू ने कमेंट किया कि वह अपना आपा खो बैठे. खबर जिला अध्यक्ष काजल शेख तक पहुंची. उन्होंने कहा कि उनके जिला परिषद का दरवाजा हमेशा खुला है. शिकायत मिलने के बाद उन्होंने जिला भूमि कार्यालय को निर्देश दिया. जिसे देखते हुए विद्युत नंदी को मामले को लेकर बुधवार को सिउड़ी जिला भूमि कार्यालय बुलाया गया है.
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