UP Board Exam 2023: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की बोर्ड परीक्षाओं में सख्ती का असर नजर आने लगा है. नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए जिस तरह से इस बार सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, साथ ही कॉपियों की अदला-बदली रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं, उससे परीक्षार्थी बड़ी संख्या में परीक्षा छोड़ रहे हैं.
यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए मंगलवार को हाईस्कूल गणित के प्रश्नपत्र को लेकर परीक्षा केंद्रों का अफसर लगातार निरीक्षण करते रहे. 7083 परीक्षा केंद्रों की विशेष निगरानी की गई. इसके लिए पहले से ही निर्देश जारी कर दिए गए थे. यहां तक की कई केंद्रों में अफसरों को रात में भी जांच के लिए भेजा गया. इस सख्ती के कारण प्रदेश में हाईस्कूल गणित की परीक्षा में डेढ़ लाख से अधिक परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे.
हाईस्कूल गणित की परीक्षा में सॉल्वर गिरोह कहीं भी हावी नहीं होने पाए, इसके लिए पहले से ही सख्ती का माहौल बनाया गया. परीक्षा के दौरान बोर्ड के अधिकारी कंट्रोल रूम से लगातार प्रदेश भर के शिक्षाधिकारियों से जानकारी लेते रहे. इस वजह से नकल को लेकर कभी संवेदनशील माने जाने वाले जनपदों से भी इस तरह की शिकायत नहीं मिली.
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बोर्ड सचिव दिब्य कांत शुक्ल ने बताया कि मंगलवार को परीक्षा शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न हुई. गणित की परीक्षा के लिए प्रदेश में कुल 22,12,692 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे. लेकिन, इसमें से परीक्षा केंद्रों तक 1,68,155 परीक्षार्थी नहीं पहुंचे. वहीं इंटरमीडिएट व्यवसायिक परीक्षा में 40,003 में 2003 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे.
इससे पहले बोर्ड परीक्षाओं के पहले दिन प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की हिंदी की परीक्षा आयोजित हुई, जिसमें 4,02,054 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. यूपी बोर्ड की पहली पाली में दसवीं हिंदी और 12वीं सैन्य विज्ञान विषय की परीक्षा के दौरान 2,18,189 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. वहीं दूसरी पाली की परीक्षा में इंटरमीडिएट हिंदी प्रश्नपत्र में 25,80,544 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. इनमें से 1,83,865 गैरहाजिर रहे.