केरेडारी : हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र के सलगा में निर्माणाधीन शॉकपिट से दो साल के बच्चे का शव मिला है. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया है. ये बच्चा सलगा निवासी दिलीप साव का पुत्र था. घटना सोमवार देर शाम की है. शव मिलने से पूरे गांव में मातम का माहौल है.
परिजन बच्चे की हत्या का आरोप गांव के ही महेन्द्र साव पर लगा रहे हैं. परिजनों ने बताया कि बच्चे की हत्या कर शव को गड्ढे में फेंक दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही केरेडारी पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची. बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया गया है.
बताया जा रहा है कि सोमवार शाम दिलीप साव की पत्नी अपने घर में बच्चे को नहीं देखकर परेशान हो गयी. काफी खोजबीन करने पर देर शाम 15वें वित्त आयोग से बन रही शॉकपिट में बच्चे का शव तैरता नजर आया. बच्चे को लेकर दिलीप साव केरेडारी सीएचसी पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
जिस शॉकपिट के गड्डे में बच्चे का शव मिला है, उसी के बगल में महेंद्र साव का घर है. महेन्द्र साव से दिलीप की पुरानी दुश्मनी है, जिस कारण परिजनों ने महेन्द्र साव पर बच्चे की हत्या का आरोप लगाया है.
Also Read: Durga Puja 2020 : कोरोना संकट ने रावण दहन पर लगाया ब्रेक, पढ़िए रांची के पहले रावण दहन पर ये रिपोर्ट
निर्माणाधीन शॉकपिट का निर्माण कार्य 15वें वित्त आयोग से कराया जा रहा है. किशोर महतो के घर के सामने शॉकपिट का निर्माण कराना है. संवेदक अरूण साव है. संवेदक के द्वारा गड्डे खोदने का कार्य कराया गया था, लेकिन पंचायत सचिव सुबोध सिंह एवं मुखिया पार्वती देवी द्वारा पैसे का भुगतान नहीं किया गया. इस कारण योजना अधूरी है और गड्डे में पानी भरा है. ग्रामीणों ने हत्या करने वाले व योजना में लापरवाही से मौत के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है.
Posted By : Guru Swarup Mishra