Bonded Child Labor : झारखंड में एक बेबस पिता जब नहीं चुका सका कर्ज, तो अपने 10 साल के जिगर के टुकड़े को रख दिया बंधक, पढ़िए फिर क्या हुआ ?
Bonded Child Labor :कोडरमा (विकास कुमार) : कोडरमा जिले में मजबूरी का फायदा उठाकर नवलशाही थाना क्षेत्र के कुंडीधनवार में बंधुआ बाल मजदूरी कराने का मामला प्रकाश में आया है. ये मामला सामने आने के बाद चाइल्ड लाइन ने गुरुवार को बच्चे को रेस्क्यू कर लिया और उसे चिल्ड्रेन होम भेज दिया. नवलशाही थाना क्षेत्र के चौंठी-असनाबाद गांव की ये घटना है.
Bonded Child Labor :कोडरमा (विकास कुमार) : कोडरमा जिले में मजबूरी का फायदा उठाकर नवलशाही थाना क्षेत्र के कुंडीधनवार में बंधुआ बाल मजदूरी कराने का मामला प्रकाश में आया है. ये मामला सामने आने के बाद चाइल्ड लाइन ने गुरुवार को बच्चे को रेस्क्यू कर लिया और उसे चिल्ड्रेन होम भेज दिया. नवलशाही थाना क्षेत्र के चौंठी-असनाबाद गांव की ये घटना है.
गांव के आर्थिक रूप से कमजोर दंपती ने अपने इलाज और बच्चों के पालन-पोषण के लिए कुंडीधनवार निवासी चेतलाल पांडेय से 20 हजार रुपये बतौर कर्ज लिया था. बाद में कर्ज व ब्याज नहीं चुका पाने की स्थिति में दंपती ने अपने 10 साल के छोटे बेटे को चेतलाल को सौंप दिया था. ये बच्चा सालभर से यहां चरवाहे का काम कर रहा था.
जब इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को टॉल फ्री नंबर 1098 पर मिली, तो चाइल्ड लाइन ने अपने स्तर पर इस मामले की जांच की. जांच में मामला सही पाये जाने पर कोडरमा धावा दल को इसकी सूचना दी गयी. इसके बाद नवलशाही थाना के सहयोग से बच्चे को रेस्क्यू किया गया. बच्चा फिलहाल चिल्ड्रेन होम में है.
चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चे को गुरुवार को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया. सीडब्ल्यूसी ने बच्चे के माता-पिता से बयान लिया. फिलहाल बच्चा चिल्ड्रेन होम में है. चाइल्ड लाइन के इंद्रमणि साहू ने बताया कि बंधुआ बाल मजदूरी कराने से संबंधित यह इस साल की पहली घटना है. इस संबंध में श्रम अधीक्षक एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है.
Posted By : Guru Swarup Mishra