गोरखपुर. पूर्वांचल के लोगों को ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में अब ब्रेन ट्यूमर के रोगियों का ऑपरेशन शुरू हो गया है. जटिल ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन भी मेडिकल कॉलेज में किए जा रहे हैं. वह भी संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ से लगभग आधे खर्च पर. इससे मरीजों का समय और खर्च दोनो बचेगा. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन शुरू हो जाने से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल के रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी. अभी तक लोगों को इस ऑपरेशन के लिए लखनऊ रेफर करना पड़ता था. जहां उनका समय के साथ-साथ रुपया भी बहुत खर्च होता था.
एसजीपीजीआई लखनऊ में ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन में 45 से 50 हजार रुपए खर्च होता है, वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 15 से 20 हजार रुपए में ही ऑपरेशन हो जा रहा है. अभी तक लोगों को इस ऑपरेशन के लिए लखनऊ रेफर करना पड़ता था. जहां उनका समय के साथ-साथ रुपया भी बहुत खर्च होता था. एसजीपीजीआई लखनऊ में ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन में 45 से 50 हजार रुपए खर्च होता है, वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 15 से 20 हजार रुपए में ही ऑपरेशन हो जा रहा है. ब्रेन ट्यूमर के बारे में विशेषज्ञों की मानें तो मस्तिष्क या उसके आवरण में ऊतक की असामान्य वृद्धि इसका कारण होता है. यह वृद्धि क्यों होती है इसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है .ज्यादातर लोगों में इस रोग का कारण अनुवांशिक पाया गया है.
लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 8 जून को विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है .बीआरडी मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जन डॉक्टर अनिरुद्ध गुप्ता ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर से बचाव का कोई उपाय नहीं है.ध्रुमपान और रेडिएशन से बचना चाहिए. उन्होंने बताया कि ब्रेन ट्यूमर के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. उन्होंने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 3 माह से ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन हो रहा है अभी तक 29 लोगों का ऑपरेशन किया जा चुका है.
इस मामले में न्यूरो सर्जन डॉक्टर सौरभ की माने तो ब्रेन ट्यूमर का इलाज संभव है. समय से अगर मरीज डॉक्टर के पास पहुंच जाता है तो उसका आसानी से उपचार किया जा सकता है. देर करने पर ट्यूमर बढ़ जाता है जिससे ऑपरेशन जटिल हो जाता है. और ऐसे मरीजों की जान जाने की संभावना के साथ-साथ अपंग होने का खतरा बना रहता है.
सिर में दर्द या दबाव (खासकर सुबह के समय)
मिचली उल्टी का आना
बोलने और सुनने में परेशानी होना
एक हाथ या पैर में कंपन होना
थकान महसूस करना
चक्कर आना
शरीर में असंतुलन
भूख अधिक लगन या वजन बढ़ना
नीद या स्मृति में कमी
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप