मोहन भागवत के साथ मुलायम ने की प्लानिंग, उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव BJP की B-टीम- सतीश चंद्र मिश्रा
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि अगली सरकार मायावती के नेतृत्व में बनने जा रही है. खजनी में हमारी मीटिंग में भारी भीड़ उमड़ी थी. इतनी भीड़ पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में भी देखने को नहीं मिली थी.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. बुधवार को गोरखपुर में पत्रकारों से बात करते हुए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि अगली सरकार मायावती के नेतृत्व में बनने जा रही है. मंगलवार को खजनी में हमारी मीटिंग में भारी भीड़ उमड़ी थी. इतनी भीड़ पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में भी देखने को नहीं मिली थी. उत्तर प्रदेश की जनता के बीच बहुजन समाज पार्टी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है.
मायावती ही बनेंगी अगली सीएम- सतीश चंद्र
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का दावा है उनकी पार्टी की रैलियों और कार्यक्रमों में बिना बुलाए भीड़ आती है. यह जनता का उनकी पार्टी पर भरोसा है. पिछले एक महीने से हम रिजर्व सीटों पर जा रहे हैं. वहां पर उतना ही उत्साह देखने को मिल रहा है, जितना प्रबुद्ध समाज की मीटिंग में मिली थी.
उन्होंने दावा किया कि बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. पार्टी सुप्रीमो मायावती उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनकर आ रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि 2007 के चुनाव में जितनी सीटें बहुजन समाज पार्टी को आई थी, उससे कहीं ज्यादा सीटें हमें उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के नतीजों में मिलने जा रही है.
‘एक सीट भी कम रही तो विपक्ष में बैठेंगे’
चुनाव बाद बीजेपी से गठबंधन के सवाल पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बसपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है. समाजवादी पार्टी में बीजेपी के लोग हैं. सपा बीजेपी की बी-टीम है. आरएसएस मुखिया मोहन भागवत और मुलायम सिंह यादव की तसवीर भी सामने आई है. वो दिल्ली में बैठकर उत्तर प्रदेश चुनाव की प्लानिंग बना रहे हैं. वो लोग अगली रणनीति बना रहे हैं. यह लोग एक-दूसरे की बी-टीम हैं. दोनों पार्टियां एक ही सिक्कू के दो पहलू हैं. वो साथ में रहेंगे. हमारी एक भी सीट कम हुई, कुछ भी हुआ तो हम विपक्ष में बैठेंगे ना बीजेपी और ना सपा या किसी अन्य दल के साथ जाएंगे.
‘तिवारी परिवार से कोई फर्क नहीं पड़ेगा’
हरिशंकर तिवारी और उनके दोनों बेटों के बसपा छोड़ने पर उन्होंने कहा कि तिवारी जी शुरू से ही कहां साथ रहे. पहले उनकी दूसरी पार्टी थी. उनकी खुद की पार्टी थी. समाजवादी पार्टी में यह लोग थे. उसके बाद से जब चुनाव हारे तो हमारे साथ आएं. जब चुनाव जीते तो वो फिर चले गए. उससे कोई फर्क नहीं होगा.