Mercury Transit 2021: बुध ने किया वृश्चिक राशि में प्रवेश, इन चार राशियों पर क्या होगा असर
Budh Rashi Parivartan 2021: बुध का गोचरीय परिवर्तन 20 नवम्बर 2021 को हुआ. 8 दिसम्बर 2021 तक बुध वृश्चिक राशि में रहेंगे . बुध ग्रह व्यक्ति में बुद्धि, वाणी, लेखन, संचार, व्यापार और बोलने की क्षमता को नियंत्रित करता है.
Mercury Transit in Scorpio 2021, Budh Gochar Rashi Parivartan : ग्रहों में राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध बुध का गोचरीय परिवर्तन 20 नवम्बर 2021 दिन शनिवार को रात में 9:30 बजे शुक्र की राशि तुला से बल पौरुष ,पराक्रम के कारक ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक मे होगा। 8 दिसम्बर 2021 तक ये वृश्चिक राशि में रहेंगे . बुध ग्रह व्यक्ति में बुद्धि, वाणी, लेखन, संचार, व्यापार और बोलने की क्षमता को नियंत्रित करता है.
नवग्रहों में राजकुमार है बुध ग्रह
बुध को एक शुभ ग्रह कहा जाता है. बुध ग्रह को नवग्रहों में राजकुमार कहा गया है. वाणी, लेखन, कानून, वाणिज्य, तर्क शास्त्र और त्वचा आदि के कारक बुध ही हैं. मान्यता है कि बुध जब शुभ होते हैं तो व्यक्ति को इन क्षेत्रों में विशेष सफलता और लाभ प्रदान करते है.
क्या समय रहेगा
बुध 21 नवंबर 2021 को सुबह 4:37 बजे से 10 दिसंबर 2021 को सुबह 5:53 बजे वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे. बुध के राशि परिवर्तन के सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा, इन चार राशियों पर इस गोचर का खास प्रभाव पड़ रहा है. आइए देखें
मेष- मेष राशि के जातकों के लिए बुध उनके आठवें भाव में गोचर कर रहा है, जो अनुसंधान, परिवर्तन और अनिश्चितता का प्रतिनिधित्व करता है और तीसरे और छठे घर पर शासन करता है. इस गोचर के दौरान, जातकों को अपने जीवन में मिले-जुले परिणाम देखने को मिलेंगे क्योंकि आपकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आपको कठिन समय का करना पड़ सकता है. व्यावसायिक रूप से, व्यवसाय में लगे जातकों को वांछित लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे.
वृषभ- बुध आपकी राशि के विवाह और पार्टनरशीप के सप्तम भाव में गोचर रहा है. यह राशि परिवर्तन करियर के अनुकूल रहेगा. प्रेम विवाह के लिए अच्छा समय है. किसी नकारात्मक प्रवृत्ति के व्यक्ति के साथ संपर्क बनेंगे. प्रॉपर्टी संबंधित किसी भी कार्य को 10 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दें. कर्मचारियों को मानसिक तनाव रहेगा.
मिथुन – बुध का राशि परिवर्तन सेहत, धन और कर्ज आदि के मामले में मुश्किलें प्रदान कर सकता है. इस दौरान अपनी भावनाओं पर काबू करके रखना होगा. प्रतिद्वंदी सक्रिय हो सकते हैं. हानि और बाधा पहुंचाने का कार्य कर सकते हैं. गलत संगत और गलत आदतें मुसीबत में डाल सकती हैं. सावधानी बरतें. दान-पुण्य के कार्य करें.
कर्क-कर्क राशि के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है, जो संतान, विचार, बुद्धि, प्रेम और रोमांस के पंचम भाव में गोचर कर रहा है. कर्क राशि के जातकों के लिए बुध की यह स्थिति मिले-जुले परिणाम लेकर आएगी. सलाह दी जाती है कि आप अपना ध्यान अपनी नौकरी पर लगाएं. अपने पेशेवर जीवन को हल्के में न लें क्योंकि आपकी नौकरी जाने की संभावना है..