बिहार में अब घर बनाना हुआ महंगा, बिजली वायरिंग के सामान की किमतों में 50 से 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी
महंगाई से सामान की कीमत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कॉपर की कीमत में जोरदार उछाल जा रहा है. इलेक्ट्रिक वायरिंग के उपयोग में लाये जाने वाले आइएसआइ मार्का व प्रतिष्ठित कंपनी के 10 फीट के पीवीसी पाइप का दाम 80 से बढ़कर 135 रुपये तक पहुंच गया है.
महंगाई से सामान की कीमत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. आम आदमी की कमाई का बड़ा हिस्सा तो नित-प्रति के खर्च में खर्च हो जा रहा है. विशेष काम के लिए लोग हिम्म्मत नहीं जुटा पा रहे.
इलेक्ट्रॉनिक सामान का बाजार गर्म
पेट्रोल, डीजल, गैस, भोजन सामग्री, भवन निर्माण सामग्री की कीमत आसमानी होने के साथ – साथ घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान (एसी, टीवी, फ्रिज, पंखा, कूलर एडजस्ट, वाटर मोटर, मिक्सर ग्राइंडर, हीटिंग मैटेरियल) का बाजार गर्म हो गया है.
कॉपर की कीमत में जोरदार उछाल
कॉपर की कीमत में जोरदार उछाल जा रहा है. इलेक्ट्रिक वायरिंग के उपयोग में लाये जाने वाले आइएसआइ मार्का व प्रतिष्ठित कंपनी के 10 फीट के पीवीसी पाइप का दाम 80 से बढ़कर 135 रुपये तक पहुंच गया है. 90 मीटर तार के बंडल की कीमत 1490 रुपये से बढ़कर 1900 रुपये पर पहुंच गयी है. माडलर/ प्लास्टिक बोर्ड (जिसमें स्विच फिक्स होता है) की कीमत 20 फीसद तक बढ़ गई है. साधारण सीलिंग फैन पहले एक हजार रुपए में मिल जाता था. अब वह 1400 रुपये में मिल रहा है. टेबल फैन 1200 के बजाय 1400 रुपये में मिल रहा है.
कहते हैं व्यवसायी और खरीदार
सैदनगर स्थित मां श्यामा इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक के दुकानदार नंदलाल का कहना है कि पहले एक कमरे में पांच हजार रुपये के सामान में वायरिंग हो जाता था. अब इसके लिए करीब दस हजार रुपये लग रहे हैं. मकान बना रहे पंडासराय निवासी महेश महतो का कहना है कि बैंक से 10 लाख रुपये कर्ज लेकर घर बना रहे हैं. निर्माण सामग्री लगातार महंगी होते जाने से बजट पूरी तरह से हिल गया है. बिजली का सामान काफी महंगा हो गया है.
रूस-यूक्रेन युद्ध से बढ़ी मुश्किल
व्यवसायियों का कहना है कि चीन से कच्चा माल नहीं आ रहा है. यूक्रेन में छिड़ी जंग के चलते कॉपर सप्लाई प्रभावित है. प्लास्टिक के कच्चे माल पीवीसी दाने की कीमत बढ़ गई है.