बर्दवान में फंदे से झूलता मिला दंपति का शव, नीचे पड़ी थी नाबालिग बेटी की लाश, हत्या या आत्महत्या की जांच में जुटी पुलिस
burdwan breaking news a married couple dead body found hanging with daughter : पूर्वी बर्दवान जिले के बर्दवान सदर थाना के लाकुद्दी इलाके में एक ही परिवार के तीन लोगों का शव बरामद होने के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी है. बुधवार को घटना सामने आने के बाद समूचे इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच शुरु कर दिया है.
बर्दवान/पानागढ़ (मुकेश तिवारी) : पूर्वी बर्दवान जिले के बर्दवान सदर थाना के लाकुद्दी इलाके में एक ही परिवार के तीन लोगों का शव बरामद होने के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी है. बुधवार को घटना सामने आने के बाद समूचे इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच शुरु कर दिया है.
पुलिस ने बताया कि मृतकों में 42 वर्षीय विकास कुमार साव और 38 वर्षीय उनकी पत्नी प्रियंका साव के शव घर के अंदर फांसी से झूलता मिला जबकि उनके बगल में 13 वर्षीय बेटी सुरभि साव का शव नीचे पड़ा हुआ मिला. प्रारंभिक जांच के मुताबिक पुलिस का कहना है कि दंपति ने अपनी बेटी की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली है. मृतक विकास का एक छोटा बेटा भी है.
स्थानीय निवासी आनंद अधिकारी ने बताया कि वह बुधवार सुबह गायों को बांधने गए थे. तभी मृत दंपति का बेटा रोता हुआ उनके पास आया.उसने हिंदी में कहा, “माँ और पिता फांसी पर लटके हैं” .बच्चे की बात सुनकर वह भाग कर विकास के घर मे गए. वहां उन्होंने देखा कि विकास साव और प्रियंका साव के शव छत से लटक रहे हैं. सुरभि उसके बगल में बेहोश पड़ी है.उसकी गर्दन पर भी उंगलियों के निशान हैं.
पारिवारिक सूत्रों से पता चला कि विकास साव, उत्तर प्रदेश के निवासी थे. प्रियंका के बड़े भाई ने बताया कि उनकी बहन शादी के बाद ससुराल में नहीं रहती थी. शादी के बाद वो घनश्याम के पास रहती थी. घनश्याम ने बताया कि पहले तो उसने अपनी बहन और दामाद तथा उनके बच्चों को अपने पास रखा था. दामाद के लिए रोजगार की व्यवस्था भी की थी. लेकिन विकास कुछ भी नहीं करना चाहता था.
लॉक डाउन के दौरान, घनश्याम ने अपनी बहन को अपने परिवार के साथ अपने गांव घर भेज दिया था. उन्हें वहां 10 बीघा जमीन की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके अलावा घनश्याम नियमित रूपये भी बहन को भेजता था. लेकिन अचानक नवंबर में विकास परिवार के साथ बर्दवान चला आया.
घनश्याम ने बताया कि दामाद (विकास) ने कहा कि वह खेती बाड़ी नहीं कर सकते है.घनश्याम ने तब बहन तथा उसके परिवार के लिए अलग घर में रहने की व्यवस्था कर दी थी.उन्होंने नीलापुर में एक सब्जी की दुकान की भी व्यवस्था की थी. विकास सब्जी दुकान भी ठीक से नहीं चला सकता था. घनश्याम ने बताया कि 10-15 दिन पहले विकास ने फिर से घनश्याम से कुछ व्यवस्था करने को कहा था.
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घनश्याम ने कहा कि वह दो दिन पहले अपनी बहन के घर आए और अपने दामाद को समझाने की कोशिश की थी. लेकिन उन्होंने कहा कि कोई फायदा नहीं हुआ. उनके अनुसार पारिवारिक अशांति के कारण दंपति ने अपनी बेटी की हत्या कर आत्महत्या कर ली है. इधर पुलिस मामले को लेकर हर पहलू से जांच पड़ताल कर रही है.
Posted By: पवन सिंह