बरेली रोडवेज के रेस्ट रूम में बस ड्राइवर की मौत, होटल मालिक के बेटे ने की खुदकुशी, जानें पूरा मामला
बरेली रोडवेज के रेस्ट रूम में बस ड्राइवर की मौत हो गयी है. बुलंदशहर में हादसे के बाद ड्राइवर-कंडक्टर की यात्रियों ने जमकर पिटाई कर दी थी. इस पिटाई में गुम चोट लगने के कारण मौत हो गई है.
बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली रोडवेज के रेस्ट रूम में बस के ड्राइवर का शव मिला है. इससे महकमे में हड़कंप मच गया. कर्मचारियों की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी. बताया जाता है कि बुलंदशहर में हादसे के बाद ड्राइवर-कंडक्टर की यात्रियों ने पिटाई कर दी थी. इस पिटाई में गुम चोट लगने के कारण मौत हो गई है. इसके साथ ही शहर के सिविल लाइन स्थित एक होटल के मालिक के बेटे ने फांसी पर लटक कर जान दे दी. इससे परिवार में कोहराम मच गया.
बरेली रोडवेज के रेस्ट रूम में ड्राइवर की मौत
जानकारी के अनुसार, बरेली देहात के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के मनकरी गांव निवासी सर्वेश कुमार (35 वर्ष) रोडवेज में संविदा चालक के पद पर तैनात है. मंगलवार सुबह सर्वेश कुमार कंडक्टर नरेंद्र कुमार के साथ बस लेकर बुलंदशहर गए थे. उनकी बस डिवाइडर से टकरा गई. इससे वह चोटिल हो गए. बताया जाता है कि बस अनियंत्रित होकर टकराने से यात्री घायल हो गए थे. जिसके चलते यात्रियों से ड्राइवर की कहासुनी हो गई. उन्होंने ड्राइवर और कंडक्टर की पिटाई कर दी.
घटना की जांच में जुटी पुलिस
दोनों को चोट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया. मगर, उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. यह दोनों बस लेकर बुधवार को बरेली पहुंचे. बस खड़ी करने के बाद रोडवेज के रेस्ट रूम में आराम करने चले गए. वहां ड्राइवर सर्वेश को मौत हो गई. कर्मचारियों ने उनके बेसुध पड़े शरीर को देखकर अफसरों को सूचना दी. इसके बाद उनकी मौत की पुष्टि हुई. रोडवेज अफसरों ने कोतवाली पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी.
Also Read: बरेली-दिल्ली हाईवे पर सड़क हादसे में कार सवार पिता समेत दो पुत्रों की मौत, शादी समारोह से लौट रहे थे पटियाला
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सिविल लाइन मालगोदाम रोड पर होटल संचालक के पुत्र अर्श (20 वर्ष) ने पुत्र फांसी लगाकर जान दे दी. बताया जाता है कि अर्श बुधवार सुबह कमरे से बाहर नहीं आया. परिजन दोपहर तक समझे सो रहा है. मगर, इसके बाद भी न आने पर मां रजनी ने दरवाजा खोल कर देखा. इसके बाद बेटे का शव फांसी के फंदे पर लटका देख चीख निकल गई. मां की चीख पुकार सुनकर पास पड़ोस के लोग एकत्र हो गए. उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली