कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों के बीच सरकार ने पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है. परिवहन विभाग के सूत्रों की मानें तो एक जुलाई से बस सेवाएं शुरू हो जायेंगी. उधर, बस मालिक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
बस मालिकों का कहना है कि डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है. मंगलवार को डीजल 91.8 रुपये प्रति लीटर बिका. इस स्थिति में पुराने किराये पर बसों को चलाना संभव नहीं है.
वहीं, निजी बसों का किराया बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा के लिए परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. मंत्री का कहना है कि कमेटी के सुझाव पर ही किराया बढ़ाने पर विचार किया जायेगा. पिछले साल भी परिवहन विभाग ने एक कमेटी बनायी थी. हालांकि, कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया था.
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परिवहन विभाग बस मालिकों को बड़ी राहत देने जा रहा है. जानकारी के अनुसार परमिट, सर्टिफिकेट ऑफ फिटनेस (सीएफ) एवं टैक्स पेनाल्टी में अगले छह महीने तक छूट मिलेगी. इस संदर्भ में जल्द ही निर्देशिका जारी की जायेगी.
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सिटी सब-अर्बन बस सर्विस के महासचिव टीटू साहा ने कहा कि डीजल की बढ़ती कीमतों से हम परेशान हैं. गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान डीजल की कीमत प्रति लीटर 64.65 रुपये थी. फिलहाल यह 91.8 रुपये लीटर हो गया है. इस वर्ष 46 दिनों में 23 बार तेल की कीमतें बढ़ी हैं.
सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए. राज्य सरकार हमें आर्थिक मदद करे या सब्सिडी पर ऋण दे, क्योंकि लॉडकाउन के कारण बस मालिकों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. ज्ञात हो कि बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म होने के बाद ही प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया गया था.
Posted By: Mithilesh Jha