धनबाद के इस अस्पताल में चल रहा गोरखधंधा, इतने रुपये में बन रहा अमरनाथ यात्रा का मेडिकल सर्टिफिकेट
अस्पताल के कुछ स्वास्थ्य कर्मियों की मिली-भगत से यह गोरखधंधा चल रहा है. दरअसल, सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए अधीक्षक कार्यालय में आवेदन करने के साथ इस गोरखधंधे में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों का एक दल एक्टिव हो जाता है.
Dhanbad News: अमरनाथ की यात्रा को लेकर शहरवासियों में काफी उत्साह है. अधिक से अधिक लोग जाना चाह रहे हैं, पर इस यात्रा के लिए कुछ नियम और शर्तें हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. इसी के तहत यात्रा पर जानेवाले को खुद को मेडिकली फिट साबित करना होता है. इसके लिए उसे मेडिकल सर्टिफिकेट अपने साथ रखना होता है. इसी को लेकर अभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लोगों की भीड़ है, तो कुछ कर्मी इसका नाजायज फायदा उठाने में लगे हैं. जानकारी के अनुसार शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले लोगों को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के एवज में तीन से पांच हजार रुपये तक की मांग की जा रही है.
अस्पताल के कुछ स्वास्थ्य कर्मियों की मिली-भगत से यह गोरखधंधा चल रहा है. दरअसल, सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए अधीक्षक कार्यालय में आवेदन करने के साथ इस गोरखधंधे में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों का एक दल एक्टिव हो जाता है. उस दल के लोग आवेदन देने वालों के पास पहुंचते हैं. प्रक्रिया समझाते हैं और दर तय करते हैं. विभिन्न विभागों में होने वाली जांच के एवज में पैसों की मांग की जाती है. प्रभात खबर की टीम ने शुक्रवार को इसकी पड़ताल की, तो पाया कि यह मामला सही है. लोगों से पैसे लेने का वीडियो प्रभात खबर के पास है. पढ़ें कहां क्या हो रहा है.
तीन दिन से दौड़ रही बेकारबांध की महिला को पैसे देने पर मिला सर्टिफिकेट
बेकारबांध की रहने वाली महिला ने तीन दिन पहले अमरनाथ यात्रा को लेकर मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था. इस दौरान उनको तीन विभाग मेडिसीन, ऑर्थो व रेडियोलॉजी में जांच कराने को भेजा गया. डॉक्टरों द्वारा उनकाे इको, इसीजी, एलएफटी समेत अन्य जांच कराने की सलाह दी गयी. उन्होंने अलग-अलग विभागों में जाकर जांच करायी. शुक्रवार को जब वह अपनी रिपोर्ट लेने एसएनएमएमसीएच पहुंचीं, तो एक स्वास्थ्यकर्मी ने उन्हें बताया कि उनका सर्टिफिकेट अबतक तैयार नहीं हुआ है. उन्होंने काफी देर अस्पताल के विभिन्न विभागों का चक्कर काटा. बाद में एक स्वास्थ्यकर्मी उनके पास पहुंचा और पैसे देने को कहा. उनके द्वारा पैसे देने के एक घंटे के अंदर मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया गया. महिला ने प्रभात खबर के साथ बातचीत में अपनी पीड़ा साझा की.
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मनईटांड़ के सात युवकों को पांच दिन बाद भी नहीं मिला सर्टिफिकेट
मनइटांड़ के सात युवकों ने एसएनएमएमसीएच में मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया है. उन लोगों ने बताया कि पांच दिन बाद भी उनको सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया है. शुक्रवार को सभी लोग एसएनएमएमसीएच पहुंचे थे.
जानिए, किस जांच के लिए कितना करना है भुगतान
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एक्स-रे- 50 रुपये
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ब्लड जांच- 405 रुपये
एसएनएमएमसीएच में पहली बार हो रही जांच
बता दें कि एसएनएमएमसीएच में पहली बार अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए मेडिकल फिटनेस की जांच की जा रही है. इससे पहले सिविल सर्जन कार्यालय में आवेदन जमा होता था. सदर अस्पताल में आवेदन करने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाती थी. इस सेवा में इस साल से बदलाव किया गया है.
इस वजह से भी कुछ स्वास्थ्यकर्मी उठा रहे नाजायज फायदा
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन से पूर्व सभी को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट जमा कराना होता है. बिना इसके यात्रा की अनुमति नहीं मिल सकती. इसलिए रोजाना सौ से ज्यादा लोग एसएनएमएमसीएच पहुंच रहे है. पिछले 10 दिन से सर्टिफिकेट बनाने का कार्य शुरू हुआ है, बावजूद इसके अस्पताल में अबतक अलग से काउंटर नहीं बनाया गया है. अस्पताल के कुछ स्वास्थ्यकर्मी इसी का नाजायज फायदा उठा रहे हैं और लोगों से अतिरिक्त पैसों की मांग कर रहे हैं.
सर्टिफिकेट के लिए तीन विभागों में करानी है जांच
मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए अस्पताल के तीन विभागों में जांच कराना आवश्यक है. इनमें मेडिसीन, ऑर्थो व रेडियोलाॅजी विभाग शामिल है.
इको के लिए भेजा जा रहा चिह्नित निजी जांच केंद्र
एसएनएमएमसीएच में इको की सुविधा उपलब्ध है, बावजूद इसके इको की जांच के लिए निजी जांच केंद्र भेजा जा रहा है.
अमरनाथ यात्रा के लिए मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के एवज में लोगों को फंसा कर गलत तरीके से पैसे की मांग करने की शिकायत मिली है. इस संबंध में अधीक्षक को अवगत कराया गया है. कुछ लोग गलत तरीके से सर्टिफिकेट देने का काम कर रहे हैं, ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी. लोग अतिरिक्त पैसे का भुगतान नहीं करें और ऐसा करने वालों की शिकायत करें.
-डॉ यूके ओझा, एचओडी, मेडिसीन विभाग, एसएनएमएमसीएच