मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि खनिज संपदा से भरे झारखंड को लूटने के लिए बड़े-बड़े व्यवसायियों की गिद्धदृष्टि लगी हुई है. उन्होंने कहा कि 40 साल झारखंड को अलग राज्य बनाने में लग गये. इसके बाद उन्हें 20 साल सत्ता प्राप्त करने में लग गये. श्री सोरेन ने कहा कि उन्हें चौपट झारखंड की सत्ता मिली. इसे वे ठीक कर रहे हैं. उक्त बातें उन्होंने गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड के पेशका गांव में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में कही. मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने इस शिविर में 218.86 करोड़ रुपये की योजना का उद्घाटन व शिलान्यास किया तथा परिसंपत्तियों का वितरण किया. इस मौके पर 18 लोगों के बीच नियुक्ति पत्र का भी वितरित किया. इस मौके पर उन्होंने उनके साथ पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख एवं श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 1932 के खतियान के स्थानीय नीति के आधार पर नौकरी देने की योजना बनायी, लेकिन इसे भी साजिश के तहत फेल कर दिया गया. अब वे दूसरे रास्ते से रोजगार दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि दरअसल भाजपा उन्हें सहयोग करने के बजाय हर कदम पर असहयोग कर रही है.
देश की अर्थव्यवस्था सिर के बल खड़ी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पैर नहीं बल्कि सिर के बल पर खड़ी है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सेना, बैंक, रेलवे आदि जो बड़े नौकरी के क्षेत्र थे, उसे बर्बाद कर दिया है. वर्तमान में केंद्र सरकार ने सेवा के क्षेत्र में अग्निवीर जैसी नियुक्ति लाकर चार साल के बाद युवाओं को सड़क पर फेंक देने की नीति अपनायी है. रेलवे को निजी हाथों में बेच दिया गया है. हेमंत सोरेन ने कहा कि पुरानी ट्रेनों को औरतों की तरह ब्यूटी पार्लर में चेहरा चमका कर बुलेट ट्रेन का नाम दे दिया है. उन्होंने कहा कि चार बैंक मिलकर एक बैंक कर दिया गया है. इससे नौकरी के स्कोप कम हो गये.
साजिश के तहत भाजपा ने आरक्षण घटाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साजिश के तहत पिछड़े वर्ग का आरक्षण घटाकर भाजपा सरकार ने 14 प्रतिशत कर दिया था. उन्होंने इसे 27 प्रतिशत करने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित कराया, लेकिन इसे भी साजिश के तहत लागू होने नहीं दिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अब 15 हजार गांवों को बस सुविधा से जोड़ने की योजना बना रहे हैं. इसमें गरीब महिलाएं एवं छात्र-छात्राएं नि:शुल्क यात्रा कर पायेंगी.