बक्सर (Buxar Flood News )में पिछले 24 घंटे में गंगा के जल स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. पानी 20 सेंटीमीटर से अधिक बढ़ा है. इससे गंगा खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. बाढ़ से हालात इस कदर बिगड़े हैं कि चौसा-मोहनिया हाइवे पर पानी चढ़ जाने से आवागमन बंद हो गया है. आम लोगों के साथ ही प्रशासन की भी चिंता बढ़ गयी है.
जल स्तर में वृद्धि से गंगा के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. बक्सर सदर, सिमरी, चक्की, इटाढ़ी, ब्रह्मपुर और चौसा प्रखंडों के कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. गंगा का पानी बक्सर शहर की छूमंतर गली में प्रवेश कर गया है. गंगा के पानी के दबाव से कर्मनाशा नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है. इससे बनारपुर गांव के दर्जनों घरों में पानी भर गया है. वहीं, चौसा-कोचस हाइवे से मात्र एक फुट नीचे पानी बह रहा है.
बाढ़ का पानी चौसा थर्मल पावर एरिया समेत महर्षि च्यवन महाविद्यालय के कैंपस में घुस गया है. सड़क पर पानी बहने से प्रशासन ने वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है. इससे सभी वाहन चौबे की छावनी से कठत्तर होते हुए सरेंजा मेन रोड पर आ रहे हैं. लोगों के आने-जाने के लिए चार सरकारी नावें चलायी जा रही हैं.
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राजपुर प्रखंड के नागपुर गांव के किसानों का खेत सोमवार को बाढ़ के पानी से पूरी तरह डूब गया.प्रखंड के कई गांवों से होकर गुजरने वाली धर्मावती नदी का पानी भी तेजी से बढ़ रहा है. कर्मनाशा नदी में बहाव कम होने से पानी का दबाव काफी बढ़ा है. इससे नागपुर गांव के पश्चिम में नदी किनारे 30 एकड़ क्षेत्र में धान की फसल पूरी तरह से डूब गयी है.
बाढ़ नियंत्रण अंचल बक्सर के अधीक्षण अभियंता संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रयागराज और वाराणसी में गंगा का पानी अभी बढ़ रहा है. इस कारण अभी दो दिनों तक पानी में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, प्रयागराज और बनारस में गंगा खतरे के निशान से महज कुछ सेंटीमीटर नीचे है. गंगा में उफान को लेकर विभाग की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan