लोहरदगा जिला मे बाइपास सड़का निर्माण शिलान्यास के एक साल बाद भी शुरू नहीं हो पाया है.बाइपास सड़क निर्माण का ठेका रांची के ठेकेदार वीकेएस इंफ्रा को दिया गया है. ठेकेदार ने एनएच रांची के साथ 25 अगस्त 2022 को एकरारनामा किया था.एकरारनामा के अनुसार संवेदक एवं एनएच के बीच एकरारनामा होने के एक माह अर्थात 30 दिनों के अंदर 90 प्रतिशत जमीन एनएच रांची को जिला प्रशासन से उपलब्ध कराना था.
लेकिन एक वर्ष गुजर जाने के बाद भी अभी तक जमीन उपलब्ध नहीं हो पायी है. बाइपास सड़क का निर्माण कार्य दो वर्षों में अर्थात 25 अगस्त 2024 तक पूरा करना है. लेकिन ये संभव नहीं है. बाइपास सड़क निर्माण को लेकर कई दौर की बैठक भी हो चुकी है, लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है.बताया जाता है कि विभाग के कार्यपालक अभियंता भी इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं.
लोहरदगा बाइपास की लंबाई कुल 19.9 किमी है. जिसमें 10 किमी फोर लेन एवं शेष 9.9 किमी दस मिटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाना है. यह सडक कुडू में 12वें किमी मे हिरही से शुरू होती है व 19.9 किमी अरु गांव जो कि कुडू मे 29 किमी है, वहां निकलती है. कुल 17 मौजा से होते हुए सड़क का निर्माण होना है. बाइपास सडक के किनारे होटल, गेस्ट हाउस व पार्क निर्माण का भी प्रावधान किया गया है.
इस संबंध में लोहरदगा के उपायुक्त डॉ.बाघमारे प्रसाद कृष्ण ने बताया कि लोहरदगा में बाइपास सडक निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. रैयतों की कुछ आपतियां हैं, उसी पर चर्चा की जा रही है.
राज सभा सांसद धीरज प्रसाद साहू से पूछने पर उन्होंने बताया कि ये तो काफी गंभीर मामला है. मैं इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करूंगा.