धनबाद में खुला ऐसा कैफे जहां पढ़ने के साथ ले सकेंगे लजीज खाने का आनंद, मिलेगी ये सुविधाएं

धनबाद में एक ऐसा कैफे खुला है जहां आप मनपंसद खाने का आनंद ले सकेंगे. इसका नाम द ब्लेंडेड बुक कैफे है जो कि आइआइटी आइएसएम के पूर्व छात्र का है. यही नहीं यहां पर आपको फ्री वाई फाई की सुविधा भी मिलेगी.

By Sameer Oraon | March 26, 2022 11:35 AM

( अशोक कुमार ) धनबाद : धनबाद में एक ऐसा कैफे खुला है, जहां आप मनपसंद खाने के साथ मनपसंद पुस्तक पढ़ने का आनंद ले सकते हैं. खाने का ऑर्डर दीजिए और लाइब्रेरी से अपनी पसंदीदा पुस्तक ले लीजिए. यह कैफे धनबाद-गोविंदपुर रोड के सरायढेला में है. नाम है ‘द ब्लेंडेड बुक कैफे’. खाने-पढ़ने का यह आइडिया आइआइटी आइएसएम के पूर्व छात्र अमन सिंह का है.

अमन 2014-18 बैच के पासआउट छात्र हैं. वह वेबलीबॉक्स नाम से स्टार्टअप चलाते हैं. अभी तक स्टार्टअप से किराये पर किताब उपलब्ध कराते थे. अब अपनी किताबों के संग्रह के साथ उन्होंने यह कैफे शुरू किया है. जहां कोई भी व्यक्ति खाते हुए यहां रखी हुई कोई भी किताब पढ़ सकता है.

लजीज खाना पर भी जोर :

यहां सिर्फ किताबें ही नहीं होंगी, बल्कि लोग लजीज खाने का भी आनंद लेंगे. कॉन्टिनेंटल व्यंजनों के साथ पेय भी ऑन डिमांड सर्व किये जायेंगे.

कैफे में पांच हजार किताबें

अमन सिंह बताते हैं कि उनके कैफे की लाइब्रेरी में पांच हजार किताबों का कलेक्शन है. इनमें से इंटर से लेकर पीजी तक की किताबों के साथ इंग्लिश और हिंदी के कई महान साहित्यकारों की पुस्तकें उपलब्ध हैं. जैसे शेक्सपीयर, रवींद्र नाथ टैगोर, टॉलस्टॉय, प्रेमचंद, दिनकर, जयशंकर प्रसाद, फणिश्वर नाथ रेणु आदि. यहां खाते वक्त आरामदायक बीन बैग पर पढ़ने का मजा लिया जा सकता है.

जल्द ही बांग्ला साहित्यकारों का कलेक्शन भी उपलब्ध हो जायेगा. अमन बताते हैं कि आप जितनी देर तक चाहें, उतनी देर तक बैठकर खाते हुए किताब पढ़ सकते हैं. हालांकि यहां से किसी को किताब ले जाने की इजाजत नहीं होगी. किताबों की सुरक्षा के लिए यहां काउंटर पर आपको बैग जमा करा देना होगा.

फ्री वाइ-फाइ

अमन बताते हैं उनके इस कैफे में फ्री वाइ-फाइ की भी सुविधा उपलब्ध है. कोई भी वहां बैठकर काम भी कर सकता है. वे बताते हैं कि धनबाद में बड़ी संख्या में युवा वर्क फ्रॉम होम हैं. ये युवा देश-विदेश की मल्टी नेशनल कंपनियों के लिए काम कर रहे हैं. ऐसे युवा चाहें तो शांति के साथ यहां बैठकर काम कर सकते हैं. इसके लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध है. अमन बताते हैं कि उनके रेस्टोरेंट में समय-समय पर साहित्यार व जाने माने व्यक्तियों को बुलाया जायेगा.

Posted By: Sameer Oraon

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