व्यापारियों का संगठन ‘कैट’ ने चीन के 3000 उत्पादों का किया बहिष्कार, देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में की पहल

देश में ट्रेडर्स कंपनियों की सबसे बड़ी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने चाइनीज सामानों का मंगलवार (09.06.2020) से विरोध शुरू कर दिया. कैट के पाश्चिम बंगाल चैप्टर के चेयरमैन सुभाष अग्रवाल ने बताया कि देश को आर्थिक रूप से मजबूत कर आत्मनिर्भर बनाने के तहत पहले चरण में चीन के 3000 उत्पादों का आयात देश का कोई ट्रेडर नहीं करेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2020 9:30 PM
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आसनसोल (बंगाल) : देश में ट्रेडर्स कंपनियों की सबसे बड़ी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने चाइनीज सामानों का मंगलवार (09.06.2020) से विरोध शुरू कर दिया. कैट के पाश्चिम बंगाल चैप्टर के चेयरमैन सुभाष अग्रवाल ने बताया कि देश को आर्थिक रूप से मजबूत कर आत्मनिर्भर बनाने के तहत पहले चरण में चीन के 3000 उत्पादों का आयात देश का कोई ट्रेडर नहीं करेगा. जो समान स्टॉक में है, उसे बेचने के बाद नये सिरे से इसका आयात नहीं होगा. राष्ट्रीय स्तर की वर्चुअल मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है.

मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है. इसमें देश के उद्योगपति और ट्रेडर्स की भूमिका अहम होगी. प्रधानमंत्री के संकल्प से उत्साहित कैट के सदस्यों ने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर वर्चुवल बैठक की. इसके उपरांत चाइनीज सामानों को बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया.

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कैट के पश्चिम बंगाल चैप्टर के चेयरमैन श्री अग्रवाल ने कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय स्तर के हर फोरम पर भारत का विरोध करता है. भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान मददगार है. सीमा पर देश के जवान चीन के खिलाफ लोहा ले रहे हैं. आर्थिक मोर्चे पर देश के व्यवसायी इसमें पूर्ण रूप से अपना सहयोग देंगे.

15 वर्ष पूर्व चीन से दो बिलियन डॉलर का आयात भारत में होता था. यह अब बढ़कर 20 मिलियन हो गया है. इसे अभी नहीं रोका गया, तो यह आगामी दिनों में और भी बढ़ेगा और देश की अर्थनीति पर चीन का कब्जा हो जायेगा. कैट ने पहले स्तर पर चीन से आयात होने वाले 3000 उत्पादों की सूची तैयार की है, जो देश में ही निर्मित होती है और चीन से भी आयात होता है.

इन उत्पादों का आयात देश का कोई भी ट्रेडर नहीं करेगा और ना ही कोई खुदरा दुकानदार इसे बेचेगा. इसे लेकर राष्ट्रव्यापी मुहिम शुरू कर दी गयी है. आर्थिक वर्ष 2021-21 में करीब 6000 उत्पादों का आयात ट्रेडर्स नहीं करेंगे. इससे देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और हर व्यक्ति को रोजगार मिलेगा. केंद्र सरकार से भी इसमें सहयोग की अपील की जायेगी.

Posted By : Samir ranjan.

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