शुभेंदु के भाई सौमेंदु को नगरपालिका अध्यक्ष पद से हटाने पर हाइकोर्ट ने ममता सरकार से मांगा जवाब

पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री एवं मेदिनीपुर के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी को पिछले दिनों कांथी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. इसके विरोध में सौमेंदु अधिकारी हाइकोर्ट गये और अब कोर्ट ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से इस मामले में जवाब मांगा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2021 7:26 PM
an image

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री एवं मेदिनीपुर के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी को पिछले दिनों कांथी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. इसके विरोध में सौमेंदु अधिकारी हाइकोर्ट गये और अब कोर्ट ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से इस मामले में जवाब मांगा है.

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश दिया कि वह कांथी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से सौमेंदु अधिकारी को हटाये जाने के संबंध में हलफनामा दाखिल करे. जस्टिस अरिंदम सिन्हा ने राज्य सरकार को इस संबंध में 15 जनवरी तक हलफनामा दाखिल करने को कहा है.

पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता सौमेंदु अधिकारी सरकार द्वारा हलफनामा दाखिल करने के एक सप्ताह के भीतर जवाबी हलफनामा दाखिल कर सकते हैं. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 21 जनवरी की तारीख तय की है.

Also Read: Bengal Chunav 2021 : TMC में भूचाल, 17 दिन में शुभेंदु अधिकारी समेत 9 विधायक ने छोड़ा ममता बनर्जी का साथ

सौमेंदु अधिकारी ने अपनी याचिका में पूर्वी मेदिनीपुर जिले में कांथी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से उन्हें हटाने के राज्य सरकार के प्राधिकार को चुनौती दी है. भाजपा नेता सुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई सौमेंदु अधिकारी को दिसंबर के अंतिम सप्ताह में पद से हटाया गया था.

सौमेंदु, पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के बाद एक जनवरी को भाजपा में शामिल हो गये थे. सौमेंदु अधिकारी के साथ कांथी नगरपालिका के 15 पार्षदों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था. मेदिनीपुर में सौमेंदु के बड़े भाई शुभेंदु ने ममता बनर्जी और तृणमूल को हराने की ठान रखी है.

Also Read: ममता बनर्जी को शुभेंदु ने दिया तगड़ा झटका, अधिकारी परिवार का एक और सदस्य भाजपा में शामिल, कोंटाई के 15 पार्षद भगवा रंग में रंगे

उल्लेखनीय है कि अप्रैल-मई में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले भारी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के विधायक, नेता और मंत्री पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं.

Posted By : Mithilesh Jha

Exit mobile version