झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के पूर्व चालक अजय रवानी और गैंगस्टर अमन सिंह व प्रिंस खान के गठजोड़ के कई सबूत शनिवार को भी पुलिस को मिले. अजय के मोबाइल से मिले सबूतों में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये. अजय रवानी वीडियो कॉलिंग, चैट और मैसेंजर के माध्यम से लगातार अमन सिंह से बात करता था. वह अमन सिंह को पूर्णिमा सिंह के लोकेशन के साथ-साथ उनके सुरक्षाकर्मियों व उनके पास के हथियारों की भी जानकारी लगातार दे रहा था. पुलिस उसके दो अन्य साथी विजय और मुल्ला की तलाश कर रही है. इधर, दूसरी ओर प्रभात खबर में अजय रवानी के बारे में खुलासा के बाद शनिवार को धनबाद कोयलांचल में काफी हलचल रही.
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प्रभात खबर में खबर छपी, तो पूरे दिन जिले में चर्चा का बाजार रहा गर्म
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पुलिस अजय रवानी को ले गयी किसी अज्ञात स्थान पर, उसके दो साथियों विजय और मुल्ला की हो रही है तलाश
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पुलिस के पास जाने से पहले अजय ने अपने मोबाइल को कर दिया था फॉरमेट, साइबर सेल के एक्सपर्ट ने निकाला डिलीट डाटा
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अमन सिंह से वीडियो कॉल, चैटिंग, वाट्सएप कॉल और मैसेज से बातचीत का मिला रिकाॅर्ड
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बोली रागिनी सिंह : विधायक दे रही हैं अपराधियों को संरक्षण, हर्ष सिंह कर रहा एक तीर से दो शिकार
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बोलीं विधायक : कभी किसी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया, कानून अपना काम करेगा
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बोले हर्ष सिंह : हत्या की राजनीति करता है सिंह मेंशन, अमन को धनबाद कौन लाया, सब जानते हैं
रघुकुल समर्थकों का लगातार आना-जाना जारी रहा, तो दूसरी ओर सिंह मेंशन में संवाददाता सम्मेलन कर भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और उनके मौसेरा देवर हर्ष सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाये. रागिनी सिंह ने सवाल खड़ा किया कि अपराधी होने के बाद भी क्यों विधायक ने अजय रवानी को अपना चालक बनाया था और जब उन्होंने उसे हटा दिया तो फिर हर्ष सिंह कैसे उसे अपने साथ रखे हुए था. उन्होंने कहा कि जब विधायक ही अपराधी को शरण में रखेंगी, तो जनता कैसे सुरक्षित रहेगी. श्रीमती सिंह ने हर्ष सिंह पर आरोप लगाया कि वह संबंधों की आड़ में परिवार में हत्या करा रहा है. नीरज सिंह की हत्या का आरोप भी हर्ष सिंह पर लगाया और कहा कि उसने एक तीर से दो शिकार किया, एक भाई की हत्या हो गयी और दूसरा भाई जेल में है. वहीं दूसरी ओर विधायक व हर्ष सिंह ने आरोपों को सिरे से खारिज कर कहा कि कानून अपना काम कर रहा है और सच सामने आ जायेगा.
झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी सह भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने शनिवार को अपने आवास (सिंह मेंशन) में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि एक साजिश के तहत नीरज सिंह की हत्या करायी गयी. हत्या कराने वाले ने एक तीर से दो निशाना साधा है. एक भाई की हत्या करा उसे दुनिया से दूर कर दिया और दूसरे को जेल में डलवा दिया. ऐसा करने वाला कोई और नहीं, बल्कि झरिया की वर्तमान विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह का मौसेरा देवर हर्ष सिंह है. वह अपने को रघुकुल का रिश्तेदार बताता है.
उन्होंने कहा कि वह धन्यवाद देंगी पुलिस प्रशासन काे जिन्होंने अपराधियों को एक बड़ी घटना को अंजाम देने से रोकने का काम किया है. संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि नीरज सिंह अच्छे व्यक्ति थे. उनकी हत्या से किसको लाभ हुआ, यह पूरा कोयलांचल जानता है. झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह को भी रागिनी सिंह ने कटघरे में खड़ा किया. कहा कि जिस अजय रवानी का सीधा संबंध गैंगस्टर प्रिंस खान और अमन सिंह से है, उसको विधायक ने अपनी गाड़ी का चालक कैसे रखा. इस दौरान भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा, संजय झा, मुकेश पांडेय, उमेश यादव, महंथ पांडेय, अवधेश राय, प्रदीप सिन्हा आदि मौजूद थे.
झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा है कि उन्होंने आज तक किसी अपराधी की पैरवी नहीं की है. किसी का बचाव नहीं किया है. विरोधियों के आरोप में कोई दम नहीं है. श्रीमती सिंह ने शनिवार को कहा कि जब से विधायक बनी हैं, कभी किसी अपराधी को थाना से छोड़ने या बचाने के लिए किसी पुलिस अधिकारी से नहीं कहा है. वह स्वच्छ राजनीति में विश्वास करती हैं. जहां तक अजय रवानी को रखने की बात है, तो किस के दिल में क्या है किसको पता है. पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है. जांच का इंतजार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं. उनके पति नीरज सिंह की हत्या किसने करवाई, यह पूरी दुनिया जानती है. मामले में पुलिस का अनुसंधान पूर्ण हो चुका है. किसी मामले की सीबीआइ जांच होगी या नहीं, यह फैसला केंद्र सरकार करती है या फिर हाइकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट.
झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह ने कहा कि हत्या की राजनीति सिंह मेंशन करता है. हम लोग इससे बहुत दूर हैं. जब भी उनकी जमीन खिसकती है, तो वो लोग हम लोगों पर आरोप लगाते हैं. वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी उनका यही हाल था. पूरे धनबाद को पता है कि अमन सिंह कैसे धनबाद पहुंचा और उसे कौन लाया था. निगम चुनाव में मदद किये जाने से संबंधित भाजपा नेत्री रागिनी सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2010 में डिप्टी मेयर के चुनाव में कतरास मोड़ ऑफिस में सिंह मेंशन के लोगों ने प्रेस कांफ्रेंस किया था और कहा था कि वो लोग मेयर प्रत्याशी इंदु देवी का समर्थन कर रहे हैं.और इसके अलावा किसी से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि फिर कैसे रागिनी सिंह ऐसा कह सकती हैं.