हिट एंड रन कानून के खिलाफ 17 जनवरी से पूरे भारतवर्ष के ट्रक चालक स्टीयरिंग छोड़ देंगे. यें जानकारी सर्व चालक कल्याण संघ (ऑल इंडिया ड्राइवर वेलफेयर सोसाइटी) के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष अवतार सिंह ने प्रभात खबर से बातचीत में दी. कहा कि ये चालक के लिए आत्महत्या वाला कानून है. इस कानून में भारत के सभी नागरिक आते हैं, जिनके पास ड्राइविंग लाइसेंस है. कहा कि आम जनमानस के पास कोई रोजगार या नौकरियों नहीं है. सरकार द्वारा कोई वैकेंसी नहीं है. जो लोग 10-20 हजार की नौकरी कर गुजर बसर करते हैं. वे कहां से सात लाख रुपये दे सकेंगे.
वहीं संघ के बोकारो जिला अध्यक्ष स्वामीनाथ यादव ने कहा कि दिन रात देश की सेवा करने वाला ड्राइवर भारतीय अर्थव्यवस्था में 70 से 80 प्रतिशत भागीदारी निभाता है. कोई भी चालक जानबूझकर एक्सीडेंट नहीं करता. एक्सीडेंट होने के बहुत से कारण है. कहा कि जब तक ये काला कानून वापस नहीं होगा, हमारा आंदोलन जारी रहेगा. सभी ड्राइवरों (बाइक, फोर व्हीलर या ट्रक, बस आदी चालकों) को स्वेच्छा से इस आंदोलन का समर्थन का आह्वान करते हैं. जिन्हें लगता है कि इस कानून के तहत हम जैसे गरीब लोग को कुचलना का प्रयास किया जा रहा है.
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