कोलकाताः पेट्रोल-डीजल के दाम देश भर में आसमान छू रहे हैं. इसके लिए राज्य सरकारें केंद्र को जिम्मेदार ठहरा रही हैं, तो जो दल सत्ता से दूर हैं, वे राज्य और केंद्र दोनों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही हैं. ऐसी पार्टियों का कहना है कि सत्ता में बैठे लोगों को आम लोगों की कोई चिंता नहीं है. वे सिर्फ खजाना भरने में जुटे हैं.
देश के अलग-अलग कोने में विपक्षी दलों के नेता और कार्यकर्ता अपने-अपने तरीके से विरोध-प्रदर्शन भी कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल में भी पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों के विरोध में गुरुवार को वामदलों ने प्रदर्शन किया. इसके लिए उन्होंने अनोखा तरीका अपनाया. कार में रस्सी बांधकर उसे खींचा और केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की.
राजधानी कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिला के कमरहट्टी स्थित रथतला मोड़ के पेट्रोल पंप के सामने वामपंथी श्रमिक संगठन सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) ने अनोखे अंदाज में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. एक टैक्सी में रस्सी बांधकर उसे खींचकर संकेत दिया कि अब पेट्रोल से गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है.
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प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले श्रमिक संगठन सीटू के नेता सुभाष मुखर्जी ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार दोनों को ही पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है. सरकारें चाहें, तो लोगों को काफी रियायत दे सकती है, लेकिन इसकी बजाय केंद्र और राज्य की सरकारें मुनाफा लूटने में व्यस्त हैं. आम लोगों के हित की किसी को चिंता नहीं है.
बंगाल में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के करीब पहुंच गयी है. पुरुलिया में सबसे ज्यादा 98.88 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है. दक्षिण 24 परगना में 98.29 रुपये, पूर्वी बर्दवान में 98.03 रुपये, पश्चिमी मेदिनीपुर में 98.24 रुपये, नदिया में 98.26 रुपये, मुर्शिदाबाद में 98.03 रुपये, झारग्राम में 98.32 रुपये, जलपाईगुड़ी में 98.71 रुपये, कूचबिहार में 98.58 रुपये, बांकुड़ा और अलीपुरदुआर में क्रमशः 98.43 और 98.30 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच चुकी है. बंगाल के अन्य जिलों में पेट्रोल की कीमत 97 और 98 रुपये के बीच है.
Posted By: Mithilesh Jha