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Career Tips: फुटवियर डिजाइनिंग में बनाएं अपना करियर, होगी लाखों की कमाई, जानें यहां सब कुछ

भारत दुनिया भर में फुटवियर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. देश में लगभग 7000 लघु उद्योग इकाइयां फुटवियर क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं, जो अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 23, 2023 1:36 PM

प्रीति सिंह परिहार

भारत दुनिया भर में फुटवियर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. देश में लगभग 7000 लघु उद्योग इकाइयां फुटवियर क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं, जो अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है. बीते कुछ वर्षों में एथलेटिक स्नीकर्स, चमड़े एवं कपड़े से बने जूतों के बाजार में आकर्षक उभार आया है. वर्ष 2022 में वैश्विक फुटवियर बाजार अनुमान के मुताबिक लगभग 382 बिलियन डॉलर का था और 2027 तक इसके 508 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. ये आंकड़े बताते हैं कि फुटवियर इंडस्ट्री में करियर की बेहतरीन संभावनाएं मौजूद हैं. आप अगर डिजाइन और तकनीक दोनों में गहरी रुचि रखते हैं, तो बतौर फुटवियर डिजाइनर आगे बढ़ सकते हैं…

फुटवियर फैशन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है. अगर ड्रेस के साथ मैचिंग फुटवियर न हो, तो फैशन अधूरा माना जाता है. इसलिए फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में फुटवियर डिजाइनिंग एक गतिशील और बेहद मांग वाले व्यवसायों में से एक है. मौजूदा दौर में फुटवियर डिजाइनिंग इंडस्ट्री संभावनाओं भरे करियर क्षेत्र के तौर पर उभर रही है. फुटवियर डिजाइनिंग असल में फैशन डिजाइनिंग की एक विशेष श्रेणी है, जिसमें विभिन्न प्रकार के फुटवियर की कल्पना, डिजाइन और निर्माण कार्य शामिल है. बीते कुछ वर्षों से डिजाइनर जूता का बाजार जिस रफ्तार से आगे बढ़ा है, इसमें जॉब की संभावनाएं भी बढ़ी हैं.

क्या करते हैं फुटवियर डिजाइनर

फुटवियर डिजाइनर के काम में जूतों के निर्माण से जुड़ी कुछ बुनियादी जिम्मेदारियां होती हैं. जूतों को डिजाइन करने के लिए नयी सोच और अवधारणा पर काम करना होता है. इसके लिए स्केचिंग और कैड सॉफ्टवेयर पर काम करना आना चाहिए. बाजार के रुझान और फ्यूचर ट्रेंड को देखते हुए रिटेलर्स, ऐसेसरी डिजाइनर एवं फैशन डिजाइनर्स के साथ मिलकर काम करना होता है. फुटवियर की मजबूती एवं गुणवत्ता की जांच करने, ग्राहकों और सप्लाई चेन टीम के साथ स्ट्रांग कम्युनिकेशन बनाये रखने, मौसम के अनुसार प्रोडक्ट डेवलप करने और रिलीज करने का काम भी फुटवियर डिजाइनर करते हैं.

करें फुटवियर डिजाइन की पढ़ाई

फुटवियर डिजाइनिंग के पाठ्यक्रम संचालित करनेवाले देश के प्रतिष्ठित संस्थान फुटवियर डिजाइन एवं डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) के नोएडा, पटना, कोलकाता समेत सभी 12 कैंपस में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के बैचलर एवं मास्टर प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है. आप यहां प्रवेश लेना चाहते हैं, तो समय रहते आवेदन कर सकते हैं.

कोर्स, जिनमें ले सकते हैं प्रवेश

  • बैचलर डिग्री : चार वर्षीय बैचलर ऑफ डिजाइन (बीडेस) कर सकते हैं – फुटवियर डिजाइन एंड प्रोडक्शन (बीडेस-एफडीपी), लेदर, लाइफस्टाइल एवं प्रोडक्ट डिजाइन (बीडेस -एलएलपीडी), फैशन डिजाइन (बीडेस-एफडी) में. इसके अलावा यहां से तीन वर्षीय (6 सेमेस्टर) बीबीए इन रिटेल एंड फैशन मर्चेंडाइजिंग (बीबीए-आरएफएम) भी कर सकते हैं.

  • मास्टर डिग्री :फुटवियर डिजाइन एंड प्रोडक्शन में दो वर्षीय मास्टर ऑफ डिजाइन (एमडेस), रिटेल एवं फैशन मर्चेंडाइजिंग में एमबीए करने का भी विकल्प है.

प्रवेश के लिए जरूरी योग्यता

बीडेस एवं बीबीए प्रोग्राम में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी का किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से किसी भी विषय में 12वीं पास होना आवश्यक है. इसके साथ ही अभ्यर्थी की आयु 1 जुलाई, 2023 को 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. एमडेस एवं एमबीए प्रोग्राम में किसी भी विषय में बैचलर डिग्री की योग्यता रखनेवाले प्रवेश ले सकते हैं. मास्टर कोर्स में प्रवेश के लिए कोई आयु सीमा नहीं है. इसके साथ ही अभ्यर्थी के पास इंग्लिश बोलने और लिखने की दक्षता होनी चाहिए.

एंट्रेंस से मिलेगा दाखिला

उपरोक्त कोर्सेज में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को एफडीडीआई की ओर से आयोजित ऑल इंडिया सलेक्शन टेस्ट (एआईएसटी) 2023 देना होगा. मेरिट के आधार पर छात्रों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जायेगा. टेस्ट के पैटर्न एवं पाठ्यक्रम के बारे में जानने के लिए इंस्टीट्यूट की वेबसाइट से प्रॉस्पेक्टस डाउनलोड कर सकते हैं.

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ऐसे करें आवेदन

  • इंस्टीट्यूट की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करना है.

  • अंतिम तिथि : 30 अप्रैल, 2023.

  • अन्य जानकारी के लिए देखें :https://fddiindia.com/pdf/Prospectus-2023.pdf

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