अलीगढ़: सोशल मीडिया पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न की झूठी सूचना देने पर मुकदमा दर्ज
अलीगढ़ में एएमयू के नाम से महिलाओं के उत्पीड़न के संबंध में सोशल मीडिया पर पत्र वायरल करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस जांच में पत्र में कही गई बातें तथ्यहीन और सत्यता से परे पाई गई है. साथ ही भ्रामक सूचना देने के संबंध में एक व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है.
Aligarh : एएमयू के नाम से महिलाओं के उत्पीड़न के संबंध में सोशल मीडिया पर पत्र वायरल करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस जांच में पत्र में कही गई बातें तथ्यहीन और सत्यता से परे पाई गई. वही भ्रामक सूचना देने के संबंध में एक व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है. सोशल मीडिया पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न को लेकर एक लेटर वायरल किया गया था.
यूपी पुलिस को भी पत्र ट्वीट किया गया. जिसमें गंभीर आरोप लगाए गए. हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला पुलिस हरकत में आई. पुलिस और एएमयू प्राक्टर ऑफिस की तरफ से जांच की गया, तो प्रारंभिक स्तर पर से फर्जी पाया गया. यह भी कहा गया कि अगर किसी के पास कोई साक्ष्य हो तो उसे मुहैया कराएं.
छात्राओं के यौन उत्पीड़न का लगाया आरोप
इस लेटर पर फाइव रोजेज हीलिंग के संस्थापक समीर रजा अली के नाम की आईडी से शिकायत पत्र जारी किया गया था. जिसमें शहर के नामचीन शैक्षिक संस्थान से जुड़ी छात्राओं के यौन शोषण और मेडिकल रोड, दोदपुर में एक गिरोह संचालन की बात कही गई. यहां तक कि इस पत्र में कहा गया कि छात्राओं का दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न किया जा रहा है. उनको अपहरण कर लाया जाता है.
इन्हें सर सैयद नगर, जमालपुर, जौहराबाद, जीवनगढ़, रामघाट रोड के फ्लैटों में बंधक बनाकर रखा जाता है. वह मदद के लिए चीखती चिल्लाती हैं. लेकिन कोई सुनता नहीं है. इतना ही नहीं लड़कियों की तस्करी की बात कही गई. इसमें तमाम अपराधी, बिल्डर, डॉक्टर, अस्पताल संचालक व कुछ पुलिसकर्मी के शामिल होने का आरोप लगाया गया. हालांकि, एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने कहा कि जांच में पत्र फर्जी पाया गया. वही एएमयू प्रॉक्टर ऑफिस की तरफ से कहा गया कि इस मामले में सीधे तौर पर शैक्षिक संस्थान से कोई नाता नहीं है.
झूठी सूचना देन पर मुकदमा दर्ज
वही क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन अभय कुमार ने बताया कि ट्विटर पर वायरल पत्र के संबंध में महिलाओं के उत्पीड़न के संबंध में विभिन्न लोगों पर एक व्यक्ति द्वारा आरोप लगाया गया था. इस पत्र के संबंध में थाना पुलिस द्वारा जांच की गई, जो भी तथ्य पत्र में दिए गए. वह सत्यता से परे है. उन्होंने बताया कि झूठी सूचना देने के संबंध में पत्र देने वाले समीर रजा अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वही विधिक कार्यवाही प्रचलित है .
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़