अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में समाज में महिला सशक्तिकरण, संगोष्ठी, कार्यशाला जैसे अनेकों कार्यक्रम हाल ही में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित किये जा रहे थे. वहीं अलीगढ़ जिले की एक महिला शिक्षिका अपनी सामाजिक छवि और सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रही थी. बेसिक शिक्षा विभाग के खैर ब्लाक का एक मामला संज्ञान में आया है. उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षिका की पिछले 8 माह से झूठी शिकायतों और लगातार मिल रही धमकियों का पर्दाफाश पुलिस ने किया है. विगत 8 माह से शिक्षिका के खिलाफ झूठी शिकायतों, धमकियों का क्रम लगातर जारी था.
यहां तक कि खंड शिक्षा अधिकारी को भी फोन पर भ्रामक सूचनाएं दी जाने लगीं, जब शिक्षिका ने आरोपी को फोन कर इसका कारण जानना चाहा तो आरोपी ने शिक्षिका से अभद्रता कर देख लेने की धमकी दी. तब सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न होते देख एवं अपनी सुरक्षा की चिंता करते हुए शिक्षिका ने पुलिस अधीक्षक से भेंट कर उनको पूरे प्रकरण से अवगत कराया. पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए 12 घंटे के अंदर ही आरोपी को खोज निकाला. आरोपी की पहचान मथुरा निवासी प्रतीक गौतम के रूप में की गयी. पकडे जाने पर उसने बताया कि गांव के ही प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के पति इस षडयंत्र में शामिल हैं. उनके कहने पर ही यह पूरा षडयंत्र रचा गया और गांव के एक और व्यक्ति को लालच देकर इसमें शामिल किया गया.
दरअसल प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका आज से लगभग ड़ेढ़ वर्ष पूर्व निलंबित हुई थीं और एक माह पूर्व पुन: इसी विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया. अपने निलंबन का जिम्मेदार वह उच्च प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका को मानकर इनके विरुद्ध धमकियों और शिकायतों की झड़ी लगा दी. पीड़ित शिक्षिका ने फिलहाल इस समय विद्यालय से छुट्टी ले रखी है, उनका कहना है कि उन्हें व उनके परिवार को प्रदेश की कानून व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास है. हलाकि साथी शिक्षिका के पति के षणयंत्र में शामिल होने की जानकारी पर वह भी स्तब्ध हैं.
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उधर, पुलिस भी महिला शिक्षिका की सुरक्षा कर जांच करने में जुटी है कि और कौन-कौन लोग इस मामले में शामिल हो सकते हैं . पीड़ित शिक्षिका ने बताया कि हांलाकि मैने विद्यालय से छुट्टी ले रखी है. मुझे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास है. सभी आरोपी जल्दी कानून की गिरफ्त मे होंगे. हम शिक्षक है जो एक सभ्य समाज का निर्माण करते हैं. समाज मे महिला उत्पीड़न का कोई स्थान नहीं है. आज की महिला को कोई कमज़ोर समझने की भूल कदापि न करें.
इनपुट- आलोक , अलीगढ़