गोपालगंज : नाबालिग दो बेटियों को अगवा किये जाने के मामले में एक बुजुर्ग महिला एफआइआर दर्ज कराने को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आत्मदाह की कोशिश की. महिला की ओर से उठाये गये इस कदम से पुलिस की खूब किरकिरी भी हुई.
आखिरकार अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया और 15 दिनों के बाद मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई. लेकिन, अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गयी. अब इस पूरे मामले की जांच पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी अपने स्तर से कर रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि जांच में दोषी पाये जाने पर पुलिस अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है.
फुलवरिया थाने में दुबे बतरहां के निवासी भृगुनाथ तिवारी की पत्नी गौतम देवी ने चार युवकों के विरुद्ध दो नाबालिग बेटियों को अगवा करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. महिला द्वारा पुलिस को दिये गये आवेदन में नगर इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगा है.
गौतम देवी का कहना है कि 22 जुलाई को उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण नगर थाने के पोस्ट ऑफिस चौक के पास से कर लिया गया. काफी खोजबीन करने के बाद 31 अगस्त को नगर थाने में इस मामले में शिकायत की गयी, लेकिन पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की.
इस बीच, अपहृर्ताओं ने फोन कर दो लाख रुपये की मांग की और पैसा के साथ नगर थाने के दहीभाता पुल के समीप अपहृताओं ने बुलाया. परिजन जब वहां पहुंचे, तो अपहृत किशोरी और अपहर्ता बोलेरो में थे. अपहर्ताओं को देख शोर करने पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और बोलेरो के साथ अपहर्ता को पकड़ कर पुलिस को सूचना दी. नगर थाने की पुलिस दहीभाता में पहुंची और अपहर्ता और किशोरी को बोलेरो के साथ थाना लेकर आयी.
महिला के अनुसार, नगर थाने की पुलिस ने कार्रवाई ना करके उसकी बेटी और अपहर्ता को दो दिन रखने के बाद तीन अगस्त को छोड़ दिया. इसके बाद उसी रात दूबे बतरहां के धनु तिवारी, गुलशन कुमार तथा मुजफ्फरपुर के सूरज कुमार और अरविंद कुमार नामक अपहर्ताओं ने आकर महिला के घर फुलवरिया के दुबे बतरहां से उसकी दो नाबालिग बेटियों का जबरन अपहरण कर लिया.
अब पुलिस के वरीय अधिकारी इस बिंदु पर जांच कर रहे हैं कि नगर थाने की पुलिस ने दो दिन रखने के बाद दोनों को क्यों छोड़ दिया, जबकि लड़की नाबालिग थी. कोर्ट में बयान क्यों नहीं दर्ज कराया गया. वहीं फिर से दो नाबालिग बेटियों के अपहरण के मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की.
गोपालगंज के एसपी मनोज कुमार तिवारी ने मामले में बताया कि फुलवरिया थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. पुलिस जांच कर रही है. जो भी दोषी पाये जायेंगे उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. कार्रवाई किया जायेगा.