Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र में यूपी पुलिस को एक दलित के परिवार को प्रताड़ित कर उसके घर को कब्जा कराने के मामले में डीसीपी साउथ ने यादव मार्केट पुलिस चौकी को लाइन हाजिर कर दिया.
यादव मार्केट चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज समेत 3 दारोगा ,4 हेड कॉस्टेबल और 7 सिपाहियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए है.वही एसीपी गोविंद ओर बर्रा इंस्पेक्टर की जांच जारी है.
आपको बता दे कि बर्रा थाना क्षेत्र के रहने वाले महादेव का मकान उमराव नाम के शख्स ने फरवरी में कब्जा लिया था,कब्जे के समय पुलिस कर्मी भी मौजूद थे.मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुँची थी जिसके बाद एडीसीपी साउथ मनीष सोनकर को जांच सौंपी गई थी शुरुआती जांच में एडीसीपी ने पूरी चौकी पर कार्यवाही की संतुष्टि की थी जिसके बाद डीसीपी साउथ ने 14 पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करते हुए लाइन हाजिर दिया.
बर्रा निवासी महादेव ने 2014 में अपने मकान को बेचने के लिए उमराव नाम के व्यक्ति से 35 लाख रुपये में डील की थी.उमराव ने 10लाख के रुपये ओर 8 लाख रुपये की के प्लाट की रजिस्ट्री महादेव के नाम कर दी थी.इसके बाद महादेव ने अपने मकान कि रजिस्ट्री उमराव को कर दी थी बाकी की रकम न मिलने पर महादेव ने कब्जा नही छोड़ा था इस पर उमराव ने प्लॉट की रजिस्ट्री फर्जी बताकर महादेव पर केस कराया.महादेव ने भी सिविल केस दायर कर दिया था.इस बीच महादेव की मौत हो गई.
दिसम्बर 2021 में उमराव ने कोर्ट को गुमराह करते हुए दावा किया की मकान पर उसी का कब्जा है इस आधार पर कोर्ट ने उसके पक्ष में आदेश दे दिया.इसके अब्द 23 फरवरी को उमराव ने मकान पर कब्जा कर महादेव के परिवार को बेघर कर दिया था. वही दवाब बनाने के लिए महादेव के बेटे राजकुमार पर चोरी की एफआईआर भी दर्ज कराई वही पूरे मामले में चौकी प्रभारी समेत पूरी चौकी पर करवाई की गई लेकिन बड़े जिम्मेदार अधिकारियों पर कब कार्यवाही होगी.