Jharkhand: खूंटी के कैथोलिक कलीसिया के जुबली वर्ष का समापन, आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने की विशेष पूजा
खूंटी धर्मप्रांत 12 मई 1995 में बना था. इससे पहले यह रांची से ही संचालित था. 12 मई 1995 को तत्कालीन बिशप स्टीफन तिड़ू की अगुवाई में खूंटी धर्मप्रांत का गठन किया गया था. वर्ष 2020 में ही खूंटी धर्मप्रांत की 25वीं वर्षगांठ पूरी हुई. रविवार को समापन समारोह का आयोजन किया जा रहा है.
Jharkhand News: खूंटी के कैथोलिक कलीसिया का 25वां वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में रविवार को जुबली वर्ष का समापन किया जा रहा है. इस अवसर पर संत मिखाइल महागिरजाघर में बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके तहत सभी अतिथियों का स्वागत किया गया. इसके बाद पूजन विधि शुरू की गयी. सबसे पहले महागिरजाघर परिसर में स्थापित कलीसिया पत्थलगड़ी को आशीष किया जायेगा. इसके बाद 25 वर्षों तक ईश्वर कृपा और आशीष देने के लिए ईश्वर के प्रति आभार प्रकट किया गया. भविष्य को लेकर भी प्रार्थना की गयी.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
खूंटी के कैथोलिक कलीसिया के जुबली वर्ष के समापन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में येशु समाज रांची महा धर्म प्रांत के आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो मुख्य रूप से उपस्थित हैं. इसके अलावा खूंटी धर्म प्रांत के बिशप विनय कंडुलना, सिमडेगा धर्म प्रांत के बिशप विनसेंट बरवा, हजारीबाग धर्म प्रांत के बिशप आनंद जोजो, रांची महाधर्म प्रांत के बिशप थियोडोर, गुमला धर्मप्रांत के प्रशासक फादर लिनुस पिंगल एक्का सहित जमशेदपुर, अंडमान-निकोबार सहित अन्य स्थानों से आये अतिथि उपस्थित हैं.
12 मई 1995 में बना था खूंटी धर्मप्रांत
खूंटी धर्मप्रांत 12 मई 1995 में बना था. इससे पहले यह रांची से ही संचालित था. 12 मई 1995 को तत्कालीन बिशप स्टीफन तिड़ू की अगुवाई में खूंटी धर्मप्रांत का गठन किया गया था. वर्ष 2020 में ही खूंटी धर्मप्रांत की 25वीं वर्षगांठ पूरी हुई. विकर जनरल फादर बिशु बेंजामिन ने बताया कि 2020 में कोरोना महामारी के कारण जुबली वर्ष नहीं मनाया जा सका. जुबली वर्ष का समापन 27 नवंबर को किया जा रहा है.
रिपोर्ट : चंदन कुमार, खूंटी