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सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में अभिषेक बनर्जी के करीबी व्यापारी के कई ठिकानों की तलाशी ली

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Vidhan Sabha Chunav 2021) से पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मवेशी तस्करी (Cattle Smuggling) एवं कोयला चोरी (Coal Smuggling) के मामले में बृहस्पतिवार को राज्य में 3 व्यवसायियों के कई ठिकानों पर छापामारी (CBI Raid) की. जिन लोगों के यहां छापामारी की गयी, उनमें तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) के नेता विनय मिश्रा (Vinay Mishra) भी शामिल हैं. विनय मिश्रा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) का करीबी माने जाते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2020 2:39 PM
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कोलकाता/नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 से पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मवेशी तस्करी एवं कोयला चोरी के मामले में बृहस्पतिवार को राज्य में 3 व्यवसायियों के कई ठिकानों पर छापामारी की. जिन लोगों के यहां छापामारी की गयी, उनमें तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा भी शामिल हैं. विनय मिश्रा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का करीबी माने जाते हैं.

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मिश्रा के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है, ताकि वह देश छोड़कर बाहर नहीं जा सके. उन्होंने बताया कि अन्य ठिकानों के साथ सीबीआई विनय मिश्रा के कोलकाता स्थित दो परिसरों की भी तलाशी ले रही है.

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में मवेशी तस्करी गिरोह के कथित सरगना और बीएसएफ के दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी इस मामले में की है. अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी की प्राथमिक जांच में पता चला कि भारत-बांग्लादेश की सीमा पर गैरकानूनी तरीके से मवेशियों की तस्करी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सीमा शुल्क विभाग के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों को तस्करों द्वारा रिश्वत देकर की जा रही है.

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उल्लेखनीय है कि सीबीआई पश्चिम बंगाल से जुड़े मामलों की तेजी से जांच कर रही है और एजेंसी के निदेशक आरके शुक्ला ने सारधा चिटफंड घोटाला के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में जनवरी 2021 तक जांच पूरी करने का निर्देश दिया है.

विनय मिश्रा पर है गौ-तस्करी में लिप्त रहने का आरोप

विनय मिश्रा पर मवेशी (गौ) तस्करी में शामिल रहने का आरोप है. सीबीआइ ने कोलकाता के रासबिहारी एवं चेतला स्थित उसके मकानों पर छापामारी की. सीबीआइ का आरोप है कि गौ-तस्करी के अवैध कारोबार का पैसे विनय मिश्रा के जरिये कई प्रभावशाली लोगों तक पहुंचता था. इस मामले में गिरफ्तार किये गये कई लोगों के बयान के आधार पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गयी है.

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मकान में सीबीआई की टीम को नहीं मिला विनय मिश्रा

केंद्रीय जांच एजेंसी ने जब विनय मिश्रा के घर धावा बोला, उस वक्त वह अपने घर पर नहीं था. एजेंसी ने कहा कि कोर्ट से सर्च वारंट लेने के बाद उसके यहां तलाशी की कार्रवाई की गयी है. सीबीआई ने यहां विनय मिश्रा के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की और उनके घर में मौजूद दस्तावेजों की जांच-पड़ताल की. सीबीआई की टीम के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान भी थे.

कोयला चोरों के खिलाफ भी सीबीआई ने की कार्रवाई

दूसरी तरफ, कोयला तस्करी में लिप्त 2 अन्य व्यापारियों के यहां भी तलाशी अभियान चलाया गया. सीबीआई ने हुगली जिला के कोन्नगर में अमित सिंह एवं नवीन सिंह नामक व्यापारियों के ठिकानों पर भी कार्रवाई की. इन दोनों व्यापारियों पर हवाला के जरिये पैसे का लेन-देन करने का आरोप है.

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विजयवर्गीय बोले : बंगाल में आपातकालीन बैठक

अभिषेक बनर्जी के करीबी के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी एवं उनके भाईपो पर निशाना साधा. श्री विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, ‘बंगाल के एक पावर ब्रोकर विनय मिश्रा के यहां सीबीआई के छापे के बाद बंगाल के उच्च अधिकारियों की आपातकालीन बैठक और मुख्यमंत्री एवं भाईपो के यहां हलचल, प्रदेश में चर्चा का विषय है!’

डीआइजी समेत बीएसएफ के 4 अफसरों को नोटिस

इससे पहले सीबीआइ ने मवेशी तस्करी मामले की जांच के लिए एक डीआइजी समेत बीएसएफ के 4 अफसरों को नोटिस जारी किया था. इन लोगों को जल्द से जल्द सीबीआइ कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. जिन लोगों को नोटिस दिया गया था, उनमें एक डीआइजी रैंक के अधिकारी हैं. दो असिस्टेंट कमांडेंट और एक डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी थे.

सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि गौ-तस्करी मामले में इनकी भूमिका के बारे में जांच एजेंसी को पता चला था. इसलिए इन लोगों से एजेंसी पूछताछ करना चाहती है. इससे पहले, इसी मामले में बीएसएफ कमांडेंट सतीश कुमार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. ज्ञात हो कि एनामुल हक ने इस मामले में आत्मसमर्पण कर दिया था. उससे पूछताछ के बाद सीबीआई को पता चला कि मवेशी तस्करी मामले में करोड़ों रुपये की रिश्वतखोरी होती है.

Posted By : Mithilesh Jha

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