बंगाल मवेशी तस्करी मामले में बड़ा खुलासा, अधिकारियों के जरिये तस्करों के पास पहुंचती थी गाय
सीबीआइ के चार अधिकारी सोमवार को रवींद्र सरणी स्थित कस्टम विभाग के कार्यालय में पहुंचे. इससे पहले, जांच के हित में कई कस्टम आकाओं के घरों की तलाशी ली गयी थी.
मवेशी तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल के गिरफ्तार होने के बाद उनसे पूछताछ के बाद एक के बाद एक कई चौंकानेवाली जानकारियां सामने आ रही हैं. इस बार सीबीआइ के अधिकारी मवेशी तस्करी के मामले की जांच के लिए केंद्रीय सीमा शुल्क विभाग के दफ्तर पहुंचे. सीबीआइ के चार अधिकारी सोमवार को रवींद्र सरणी स्थित कस्टम विभाग के कार्यालय में पहुंचे. इससे पहले, जांच के हित में कई कस्टम आकाओं के घरों की तलाशी ली गयी थी.
सीबीआइ अधिकारियों का मानना है कि आर्थिक लेनदेन के जरिये सीमा शुल्क विभाग के कुछ अधिकारियों के माध्यम से गाय फिर से रास्ते में तस्करों के हाथ लग जाती थी. इस तरह के कई सबूत हाथ लगे हैं. इसी की जांच करने के लिए एक कस्टम अधिकारी से उसके कार्यालय में जाकर पूछताछ की गयी. यह अधिकारी पहले सीमा क्षेत्र में सीमा शुल्क विभाग के लिए काम कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान मवेशी तस्करी की जानकारी हासिल करने के लिए उनसे घंटों पूछताछ की गयी. इसके अलावा अधिकारी से तस्करों के संपर्क और संपर्क के बारे में भी पूछा गया.
कस्टम विभाग के चार अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया
मवेशी तस्करी मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ की टीम ने इस मामले में कस्टम विभाग के चार अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया है. सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार कुछ आरोपियों से पूछताछ में इन कस्टम विभाग में कार्यरत अधिकारियों के नाम का पता चला था. यह जानकारी मिली थी कि बॉर्डर इलाके में इनकी पोस्टिंग रहने के दौरान इन अधिकारियों ने रुपये लेकर मवेशी तस्करों की तस्करीमें मदद की थी.
इसके बाद ही इन अधिकारियों के कोलकाता एवं मुर्शिदाबाद में कुछ ठिकानों पर शनिवार को छापामारी की गयी थी. इस छापेमारी में कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे थे, जिसकी जांच करने के बाद इन अधिकारियों से पूछताछ करने का फैसला किया गया. इसी सप्ताह सभी अधिकारियों को कुछ कागजात के साथ सीबीआइ दफ्तर में आने को कहा गया है. इनके खिलाफ जो भी सबूत उनके पास हैं, उसे दिखाकर इन सभी से पूछताछ की जायेगी.