हांसखाली दुष्कर्म मामले में सीबीआई ने तीन अन्य संदिग्धों को किया गिरफ्तार, चार दिन की न्यायिक हिरासत
सूत्र बताते हैं कि सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ सबूत मिटाने और धमकी देने समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने हांसखाली नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में हांसखाली नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तीन अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने जिन अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, उनमें आकाश बरुई, सुरजीत रॉय और दीप्त गायाली शामिल हैं. बताया जा रहा है कि सीबीआई ने तीनों संदिग्धों को गिरफ्तारी के बाद राणाघाट अनुमंडल न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें चार दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के हांसखाली में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. आरोप यह भी है कि हत्या के बाद दरिंदों ने उसके परिजनों से जबरन शव लेकर अंतिम संस्कार कर दिया गया. इसके बाद, पीड़िता के परिजनों को लगातार धमकी भी दी जा रही थी.
सूत्र बताते हैं कि सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ सबूत मिटाने और धमकी देने समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने हांसखाली नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है. इस मामले में सीबीआई ने इसके पहले तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार को तीन अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में सीबीआई के हाथों गिरफ्तार होने वालों की संख्या 7 हो गई है.
बताया जा रहा है कि सीबीआई ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिन्हें जांच के लिए पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी सोहेल गयाली, प्रभाकर पोद्दार और रंजीत मलिक से पूछताछ के बाद 3 और आरोपियों के नाम सामने आए थे. इसके बाद सीबीआई ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है.
Also Read: हांसखाली दुष्कर्म मामला : सीबीआई ने की पहली गिरफ्तारी, पीड़िता की मां और परिजनों से की पूछताछ
गवाहों का नाम गुप्त रखने को लेकर याचिका दायर
उधर, खबर यह भी है कि हांसखाली में नाबालिग से दुष्कर्म और मौत के मामले में गवाहों की सुरक्षा के ख्याल से नाम और उनकी पहचान गुप्त रखने के लिए पीड़ित परिवार की ओर से कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है. इस याचिका में कहा गया है कि मामले में गवाहों के नाम और उनकी पहचान गुप्त रखी जाए. बताया यह भी जा रहा है कि गवाहों के नाम गुप्त रखने के लिए कोर्ट में अर्जी देने का यह मामला देश में पहला है.
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी