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कमरहट्टी नगर पालिका से सीबीआई ने मांगे दस्तावेज, नगर निगम भर्ती मामले में 34 कर्मचारियों को किया तलब

केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया कि साल्टलेक में अयन के कार्यालय की तलाशी के बाद राज्य की कई नगरपालिकाओं में विभिन्न पदों के लिए नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की उत्तर पुस्तिकाएं मिलीं हैं. कथित भ्रष्टाचार मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिये.

राज्य की विभिन्न नगरपालिकाओं में हुई नियुक्तियों में कथित धांधली के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने उत्तर 24 परगना के बरानगर, कमरहट्टी, पानीहाटी, उत्तर दमदम, दक्षिण दमदम समेत अलग-अलग नगरपालिकाओं के अधिकारियों व कर्मियों को पूछताछ के लिए तलब किया है. राज्य में सार्वजनिक भर्ती में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने कमरहाटी नगर पालिका से दस्तावेज मांगे हैं. इसके अलावा नगर पालिका के 34 कर्मचारियों को भी तलब भी किया गया है . नगर निगम सूत्रों के अनुसार यह खबर है कि इससे पहले भी केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में नगर पालिका के 18 कर्मचारियों को तलब किया था. इसी तरह उन्हें जांचकर्ताओं की पूछताछ का भी सामना करना पड़ा था. नगर निगम कर्मियों को दोबारा बुलाया गया है.

नगर पालिका के कर्मचारी सीबीआई कार्यालय में  हो रहे हैं उपस्थित 

नगर पालिका के मेयर गोपाल साहा ने कहा सीबीआई के निर्देशानुसार नगर निगम कर्मचारी सीबीआई कार्यालय में उपस्थित हो रहे हैं साथ ही सीबीआई द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज भी भेज दिए गए हैं. इसके बाद जो भी आदेश आएगा हम उसका पालन करेंगे. इससे पहले उन्होंने नगर निगम जाकर कार्यकर्ताओं से बात की और सीबीआई पर जानबूझ कर छापेमारी का आरोप लगाया.

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नगर पालिकाओं में भर्ती सवालों के घेरे में

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने गत 19 मार्च को राज्य के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों हुई नियुक्तियों के घोटाले मामले में अयन शील को गिरफ्तार किया था. केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया कि साल्टलेक में अयन के कार्यालय की तलाशी के बाद राज्य की कई नगरपालिकाओं में विभिन्न पदों के लिए नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की उत्तर पुस्तिकाएं मिलीं हैं. अयन पर आरोप है कि एक निजी संस्थान के जरिये राज्य के कई नगरपालिकाओं में रुपये के एवज में कई लोगों को अवैध तरीके से नौकरी दिलवाई है. यह मामला कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय की बेंच में आया था, तब उन्होंने नगरपालिकाओं में नियुक्तियों को लेकर हुए कथित भ्रष्टाचार मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिये. बाद में मामले की बेंच बदली गयी, लेकिन हाईकोर्ट ने न्यायाधीश गंगोपाध्याय के फैसले को बरकरार रखा..

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आरोप है पार्षदों के करीबी रिश्तेदारों को विभिन्न पदों पर किया गया नियुक्त

सूत्रों के मुताबिक 2017 में अयान की संस्था को बराहनगर नगर पालिका में पहली नियुक्ति मिली थी. यह भी आरोप है कि कुछ लोग मजदूरी करके प्री-प्राइमरी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं. उस समय राज्य नगर निगम कर्मचारी महासंघ के एक प्रभावशाली नेता और पड़ोसी नगर पालिकाओं के कुछ नेताओं के करीबी रिश्तेदारों को भी कथित तौर पर नौकरियां मिलीं. इसके अलावा बाकी की नियुक्ति अयान की संस्था ने की थी. यह नियुक्ति नवंबर 2020 में की गई थी. बताया जाता है कि जिन मजदूरों को बुलाया गया है, उनसे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्होंने कितना पैसा दिया और किसके माध्यम से दिया. इस बार सीबीआई ने कमरहट्टी नगर पालिका से दस्तावेज मांगे है.

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29 सितंबर तक केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश

राज्य की विभिन्न नगरपालिकाओं में हुई नियुक्तियों में कथित धांधली के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने उत्तर 24 परगना के बरानगर, कमरहट्टी, पानीहाटी, उत्तर दमदम, दक्षिण दमदम समेत अलग-अलग नगरपालिकाओं के अधिकारियों व कर्मियों को पूछताछ के लिए तलब किया है. उन्हें 29 सितंबर तक केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने का कहा गया है. बताया जा रहा है कि सीबीआई के अधिकारी वर्ष 2014 के बाद से हुए उपरोक्त नगरपालिकाओं में हुई नियुक्तियों को लेकर तमाम तथ्य एकत्रित कर रहे हैं. इसी बाबत उन नगरपालिकाओं के कुछ अधिकारियों व कर्मियों से पूछताछ कर उनके बयान रिकॉर्ड करने की प्रक्रिया सीबीआई ने शुरू की है.

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सीबीआई की टीम ने नगरपालिकाओं में एक साथ छापेमारी की

इस मामले में गत जून महीने में सीबीआई की टीम ने राज्य के लोक निर्माण और शहरी विकास विभाग के अलावा टीटागढ़, शांतिपुर, पानीहाटी, दक्षिण दमदम, हलीशहर, बारानगर, टाकी नगर पालिकाओं समेत कई नगरपालिकाओं में एक साथ छापेमारी की थी. अभियान के दौरान सीबीआइ के अधिकारियों ने उन विभागों में मौजूद कुछ अधिकारियों से पूछताछ करने के साथ ही नियुक्तियों को लेकर कुछ फाइलों की भी जांच की थी.

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