साहिबगंज, राजा नसीर : 1000 करोड़ के अवैध खनन व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के गवाह विजय हांसदा के केस की जांच के लिए सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंची है. तीन दिनों से सीबीआई की जांच जारी है. तीसरे दिन यानी 21 दिसंबर की सुबह करीब 7:00 बजे ही सीबीआई की चार सदस्य टीम भवानी चौकी स्थित विजय हांसदा के घर पहुंची और कई जानकारी हासिल की. टीम ने करीब एक घंटा तक गांव के लोगों से जानकारी हासिल की. इसके आलावा पूछताछ के लिए करीब आधा दर्जन ग्रामीणों को भी साथ लाया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है. गौरतलब है कि दो अवैध खनन के मामले में हुई जांच के बाद विजय हांसदा केस मामले में नया मोड़ आया है. जिस खदान से विजय हांसदा केस का मामला शुरू हुआ था. उसी खदान के बारे सीबीआई ने जांच और तेज कर दी है. उधर दो खदानों के पूरे दस्तावेजों के बारे भी जानकारी ली जा रही है कि खदान में अबतक कितने एकड़ की खुदाई हुई है. सूत्रों की माने तो करोड़ों के अवैध खनन हो चुके हैं, जो काफी दिनों से किया जा रहा था.
पहले दिन सीबीआई ने दाहू यादव के घर छापा मारा
पूरा मामला 1000 करोड़ के अवैध खनन व मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ा है. इस मामले की जांच के दौरान ईडी के गवाह विजय हांसदा अपने बयान से मुकर गए थे. विजय हांसदा का कहना था कि उन पर दवाब डालकर बयान लिया गया था. ईडी के गवाह विजय हांसदा बयान के मामले की जांच अभी सीबीआई कर रही है. इसी सिलसिले में सीबीआई 18 दिसंबर की रात को पांचवी बार साहिबगंज पहुंची. 19 दिसंबर की सुबह करीब 11:15 बजे सीबीआई की टीम दाहू यादव के आवास पहुंची, जहां से उनके आवास के निकट बने बथान में पहुंचकर सीबीआई ने जांच पड़ताल की. साथ ही वहां मौजूद दाहू के पिता पशुपति यादव से सीबीआई की टीम के सदस्यों ने करीब 40 मिनट तक पूछताछ की. इसके बाद दाहू के पिता से कुछ कागजात व दस्तावेज लिये. जानकारी के अनुसार, इस दौरान सीबीआई टीम के सदस्यों ने दाहू के पिता से सीधे पूछा कि दाहू यादव कहां है? उससे आखिरी बार कब बात हुई थी? वह कब से अपने घर नहीं आया है? अगर उससे बात हुई, तो उससे कहो कि जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करें. मालूम हो कि विजय हांसदा ने बयान के लिए दवाब डालने वालें में दाहू यादव का भी नाम लिया है. मामले में दाहू यादव फरार चल रहा है.
दूसरे दिन की जांच में क्या हुआ?
दूसरे दिन, 20 दिसंबर को भी सीबीआई ने जांच जारी रखी. बुधवार सुबह करीब 9:45 बजे सीबीआइ की टीम डीएमओ विभूति कुमार व अमीन के साथ नींबू पहाड़ पहुंची और यहां मौजूद दो अवैध खदानों की जांच की. पहली खदान की गहराई करीब 50 फीट थी. खदान के आसपास कोई बोर्ड भी नहीं लगा था. यहां पहुंचते ही सीबीआइ के अधिकारियों ने मौजूद लोगों से सवाल किया कि ये खदान किसके नाम से है? टीम यहां करीब 30 मिनट तक रही और अमीन की मदद से इस खदान की मापी करायी. सीबीआइ की टीम ने खनन पदाधिकारी से इस बारे में पूरी जानकारी ली और दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा. बाद में सीबीआई की टीम कुछ दूर स्थित दूसरी खदान के पास पहुंची, जो पहली खदान से भी बड़ी थी. यहां भी खदान की मापी का निर्देश दिया.
Also Read: सोनुआ में खनन विभाग का छापा, अवैध बालू लदे तीन वाहन जब्त, बालू माफियाओं में हड़कंप