CBI notice, police officers, कोलकाता (अमित शर्मा) : मवेशियों की तस्करी (cattle smuggling) और अवैध कोयला खनन (illegal coal mining) के मामलों में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने पुलिस के छह अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है. उनमें तीन आइपीएस अधिकारी भी हैं. सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों को इसी सप्ताह महानगर के निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ कार्यालय आने को कहा गया है. सीबीआइ के अधिकारियों का कहना है कि दोनों मामलों की जांच में इन अधिकारियों को लेकर भी कुछ तथ्य मिले हैं. उन तथ्यों को लेकर ही सीबीआइ अधिकारी उनसे पूछताछ करना चाहते हैं.
मवेशियों की तस्करी और अवैध कोयला खनन के मामलों में सीबीआइ की जांच के घेरे में केवल पुलिस अधिकारी ही नहीं, बल्कि बीएसएफ, कस्टम, सीआइएसएफ, इसीएल के की अधिकारियों समेत कुछ प्रभावशाली लोग भी हैं. पिछले ही सप्ताह मवेशियों की तस्करी की जांच के तहत तृणमूल युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी. हालांकि, अभी तक मिश्रा का पता नहीं चल पाया है और उनके घर नोटिस भेजे जाने के बावजूद वह सीबीआइ अधिकारियों के समक्ष पेश भी नहीं हुए हैं. इधर, अवैध कोयला खनन मामले के प्रमुख आरोपी माने जाने वाले अनूप माझी उर्फ लाला भी फरार है. उसके खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है.
सीबीआइ के अधिकारियों कहना है कि पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत देश के अन्य राज्यों से अवैध तरीके से ट्रकों में भरकर मवेशी पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा स्थित भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाकों में लाये जाते थे. इधर, अवैध रूप से कोयला खनन कर उन्हें भी दूसरे राज्यों में भेजा जाता था. मवेशियों व कोयला से लदे वाहनों को उन राज्यों की सीमाओं के चेक पोस्ट से गुजरने हुए होंगे, जहां वाहनों की जांच की जिम्मेदारी उन इलाकों की पुलिस की होती है.
सवाल यह है कि मवेशियों व कोयला से लदे वाहनों की यदि जांच की गयी होगी, तो वह भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाकों व अन्य जगहों में कैसे पहुंच गये ? ऐसे कई प्रश्न हैं, जिनका जवाब सीबीआइ जानने की कोशिश में है. आपको बता दें कि मवेशियों की तस्करी के मामले में तस्करों के गिरोह के कथित सरगना एनामुल हक (इनामुल) और बीएसएफ के कमांडेंट सतीश कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra